इस्लामाबाद, 16 नवंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान की विदेश नीति के प्रमुख, सरताज अजीज ने कहा है कि वह तीन दिसंबर को भारत में आयोजित हो रहे हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में शामिल होने की योजना बना रहे हैं, साथ ही उन्होंने इस यात्रा के जरिए परमाणु हथियार संपन्न दोनों पड़ोसियों के बीच तनाव कम करने की कोशिश की बात भी कही।
अजीज ने मंगलवार को ‘पीटीवी’ से इस बात की पुष्टि की और कहा, “भारत ने पाकिस्तान में प्रस्तावित दक्षेस सम्मेलन से अलग होकर उसे पलीता लगाया था, लेकिन पाकिस्तान ठीक इसके विपरीत तीन दिसंबर को भारत के अमृतसर में आयोजित होने जा रहे हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में शामिल होगा।”
सरताज ने कहा कि वह खुद इस सम्मेलन में शामिल होंगे।
सरताज ने हालांकि कहा कि उन्हें इस बात की अभी जानकारी नहीं है कि वह अपने भारतीय समकक्ष से मुलाकात करेंगे या नहीं।
सरताज के मुताबिक, “इस तथ्य को जानते हुए कि भारतीय सेना ने सोमवार को नियंत्रण रेखा पर हमारे सात सैनिकों को मार गिराया, पाकिस्तान इस सम्मेलन का बहिष्कार नहीं करेगा।”
सितंबर में उड़ी हमले में 19 भारतीय सैनिकों के मारे जाने के बाद भारत की यात्रा करने वाले सरताज पहले वरिष्ठ पाकिस्तानी अधिकारी होंगे। भारत ने हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया था।
अफगानिस्तान पर केंद्रित हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन अमृतसर में आयोजित होगा।
सम्मेलन में अफगानिस्तान में सुरक्षा स्थिति में सुधार करने और शांति स्थापित करने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी। अफगानिस्तान 2001 से ही संघर्षो का सामना कर रहा है, जब अमेरिकी नेतृत्व वाली गठबंधन सेना ने तत्कालीन तालिबान हुकूमत को उखाड़ फेंका था।
कुछ सालों में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रिश्तों में भी तनाव आया है। अफगानिस्तान ने तालिबानी आतंकवादियों को अपने देश में शरण देने का पाकिस्तान पर आरोप लगाया है।
पाकिस्तान ने इस आरोप से साफ इनकार किया है। अजीज ने कहा, “हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन अफगानिस्तान के लिए है और अफगानिस्तान हमारी प्राथमिकता है।”