बताया जा रहा है कि करोड़ों की नकदी इलाहाबाद बैंक के मंडलीय कार्यालय की है, जिसे मौदहा, बांदा व महोबा में बैंक के ब्रांचों में भेजा जा रहा था। इस कार्रवाई से बैंक के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
इलाहाबाद बैंक हमीरपुर की मेन ब्रांच से 2.73 करोड़ रुपये महिंद्रा जीप नंबर यूपी.78डीयू-7983 में बक्सों में रखा गया था। इस जीप में चालक के अलावा बंैककर्मी व एक सुरक्षा गार्ड भी बैठा था। गाड़ी हमीरपुर स्थित रानी लक्ष्मीबाई तिराहे की ओर चली थी, तभी सदर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक पीके सिंह टीम के साथ इस जीप की चेकिंग की तो करोड़ों रुपये देखकर उनके होश उड़ गए।
कैश सहित जीप को कोतवाली लाया गया और कैश से भरे दोनों बक्से कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दी है। सीओ सदर योगेश कुमार भी मौके पर पहुंच गए हैं।
उन्होंने आयकर विभाग को मामले की जानकारी देकर उनके अफसर को बुलाया है। उधर, सुमेरपुर पुलिस ने कानपुर से सुमेरपुर जा रही इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक की गाड़ी क्रमांक यूपी.32जीडी-9777 की चेकिंग की। चेकिंग में 2.24 करोड़ की नकदी बरामद कर इसकी जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
बैंक मैनेजर पी.के. सिंह ने कहा कि कैश बैंक का है। विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस व स्टेटिक मैजिस्ट्रेट की चेकिंग में पांच सौ व दो हजार रुपये की नई करेंसी बरामद हुई है।
हमीरपुर के सीओ योगेश कुमार ने बताया कि स्टेटिक मैजिस्ट्रेट ने पुलिस के साथ चेकिंग में नई करेंसी के 2.73 करोड़ कैश बरामद किया है। सुमेरपुर कस्बे में भी 2.24 करोड़ रुपये कैश चेकिंग के दौरान गाड़ी से बरामद किए गए हैं। दोनों मामले की जांच कराई जा रही है।
सीओ ने कहा कि दोनों स्थानों पर बरामद कैश की जांच के लिए आयकर विभाग को जानकारी दे दी गई है।
इलाहाबाद बैंक के एजीएम एसएस गुप्ता ने कहा, “यह पैसा पुलिस के पिता का नहीं है जिसे कब्जे में ले लिया है। बंैक का कैश है।”
उनका कहना है कि बैंकों को यह पैसा भिजवाया जा रहा था। यदि इसी तरह से पुलिस और टीम परेशान करेगी तो कल से महोबा, बांदा व हमीरपुर की ब्रांच बंद हो जाएंगी।