अनिल श्रीवास्तव(झाबुआ) —श्रीमती कल्पना भूरिया ने आज रविवार को महावीर जयंती के अवसर पर स्थानीय शगुन गार्डन जाकर वहां पर मुनीगण एवं साधु-संतों से आशिर्वाद लिया तथा वहां एक धर्मसभा का भी लाभ लिया। बाद में श्रीमती कल्पना भूरिया मेघनगर नाका स्थित महावीर बाग में पहुंचकर वहां भी कार्यक्रम मे भाग लिया एवं संतो का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर डॉ. शीना भूरिया, श्रीमती भगवती देवी पडियार, श्रीशांतिलाल जी पडियार, हर्ष भटट एवं आलोक भटट आदि भी उपस्थित थे।
क्षेत्रिय सांसद एवं कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया एवं श्रीमती कल्पना भूरिया ने महावीर जयंती के अवसर पर अपने संदेश में कहा कि जैन धर्म के 24 वें तीर्थकर महावीर स्वामी अहिंसा के मूर्तिमान प्रतिक थे। उनका जीवन त्याग और तपस्या से ओत-प्रोत था। उन्होने दुनिया को अंिहंसा का पाठ पडाया । जिला कांग्रेस अध्यक्ष शांतिलाल पडियार ने कहाकि महावीर स्वामी ने दुनिया को पंचशील के सिद्वांत बताए। इसके अनुसार सत्य, अपिरगृह, अस्तेय, अहिंसा और क्षमा। उन्होने अपने उपदेशों के माध्यम से दुनिया को सही राह दिखाने की कोशिश की तथा विश्व कल्याण हेतु सही मार्गदर्शन किया। जिला कांग्रेस प्रवक्ता ने भी महावीर स्वामी के जन्मदिवस पर सभी को बधाई देते हुए कहाकि महावीर स्वामी के बताए हुए रास्तों पर चलकर समाज, प्रदेश एवं देश के कल्याण हेतु हमें पूरी निष्ठा से अपने योगदान देना होगा तथा सत्य एवं अहिंसा के सत्मार्ग पर चलकर भारतीय संस्कृति को हमेशा अखण्ड बनाये रखना होगा।
ब्रेकिंग न्यूज़
- » अरूण यादव की चेतावनी-कपास के बीज की वितरण व्यवस्था ठीक कीजिये वर्ना होगा आंदोलन
- » चुनाव को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही है BJP-कमलनाथ
- » चार धाम यात्रा पर गए मध्य प्रदेश के तीन श्रद्धालुओं की हार्ट अटैक के कारण मौत
- » शरद पवार का बयान,कई बार PM मोदी की मदद की
- » ECI ने लोकसभा चुनाव के पहले चार चरणों में हुए मतदान के आंकड़े जारी किये
- » स्वाति मालीवाल से बदसलूकी घटना,पुलिस ने दर्ज की FIR
- » इंदौर नगर निगम कर्मियों ने पहनी सेना जैसी वर्दी,विपक्ष ने महापौर से माँगा इस्तीफ़ा
- » SLU के भंडारण में भिन्नता,कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा
- » झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम को ED ने किया गिरफ्तार
- » कांग्रेस का पीएम मोदी से सवाल:20 हजार करोड़ रुपये खर्च करने के बाद भी गंगा और ज्यादा मैली क्यों हो गई?