नई दिल्ली, 10 सितम्बर (आईएएनएस)। पश्चिमी दिल्ली के मोती नगर में सीवर टैंक साफ करने के दौरान जहरीली गैस से पांच सफाई कर्मियों की मौत होने के मामले में राज्य सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं। राज्य सरकार ने तीन दिन में इसकी रिपोर्ट मांगी है।
दिल्ली श्रम मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यह घटना रविवार को मोतीनगर के डीएलएफ ग्रीन अपार्टमेंट में घटी।
बयान के अनुसार, “श्रम मंत्री ने मामले की जांच के लिए कहा है जिससे दोषी एजेंसियों-कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।”
पुलिस उपायुक्त मोनिका भारद्वाज ने कहा था कि रविवार अपराह्न लगभग तीन बजे अपार्टमेंट के स्टाफ ने पुलिस को सूचना दी कि पांच लोग सीवर में फंस गए हैं।
उन्होंने कहा, “उन्हें बाहर निकाला गया और अस्पताल ले जाया गया जहां सरफराज, पंकज, राजा और उमेश की रास्ते में ही मौत हो गई। गंभीरावस्था में राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती किए गए विशाल की इलाज के दौरान मौत हो गई।”
केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) नेता राम विलास पासवान ने घटना को शर्मनाक और अमानवीय बताया है।
उन्होंने कहा, “लोजपा वर्षो से आदमियों द्वारा सीवर नालों की सफाई पर तत्काल रोक लगाने की मांग कर रही है। इसके लिए कठोर कार्रवाई का तत्काल एक कानून बनना चाहिए और दोषियों को कम से कम 10 वर्ष कैद की सजा मिलनी चाहिए।”