कोवीलोवो (सर्बिया), 24 सितम्बर (आईएएनएस)। भारत के युवा टेबल टेनिस खिलाड़ियों ने सर्बिया में आयोजित जूनियर एंड कैटेड ओपन टूर्नामेंट का अंत 18 पदक जीतते हुए किया है। भारतीय खिलाड़ियों ने टूर्नामेंट के आखिरी दिन रविवार को तीन स्वर्ण, चार रजत और छह कांस्य पदक अपने नाम किए।
इससे पहले वह दो रजत, तीन कांस्य पदक अपनी झोली में डाल चुके थे।
भारत ने कैडेट ब्वॉयज टीम और जूनियर गर्ल्स टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता तो वहीं कैडेट ब्वॉयज और गर्ल्स टीम, कैडेट ब्वॉयज युगल और गर्ल्स युगल वर्ग में रजत पदक अपने नाम किया। भारत ने कैडेट ब्वॉयज एकल वर्ग में कांस्य पदक जीते साथ ही जूनियर ब्वॉयज टीम, जूनियर गर्ल्स टीम, कैडेट गर्ल्स एकल और कैडेट ब्वॉयज युगल वर्ग में भी कांस्य पदक पर कब्जा जमाया।
जूनियर गर्ल्स कैटेगरी में इंडिया-1 टीम में दिव्या चिताले, स्वास्तिका घोष और अनुशा कुटुम्बाले ने सेमीफाइनल में स्लोवाकिया की टीम को 3-0 से मात। इसके बाद फाइनल में सिंगापुर को 3-1 से हरा स्वर्ण पदक जीता।
कैडेट ब्वॉयज में भारत ने अपनी दो टीम उतारी थीं। पयास जैन-विश्वा दिनादयालन और दिव्यांश श्रीवास्तव-आदर्श ओम छेत्री की जोड़ी ने क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक जीता।
पयास और विश्वा की जोड़ी ने कैडेट ब्वॉयज युगल में रजत पदक अपने नाम किया। भारतीय जोड़ी को चीन की जोड़ी ने 3-2 से मात दी।
जूनियर ब्वॉयज टीम कैटेगरी में राएगान अलबुक्वेरक्वे, मानुष शाह और अनुकराम जैन की ने कांस्य पदक अपने नाम किया। इन्होंने रजत पदक जीतने वाली बेल्जियम की टीम से कड़ा मुकाबला किया।
कैडेज ब्वॉयज एकल में भारतीय खिलाड़ियों ने चार में से तीन सेमीफाइनलों में अपनी जगह सुनिश्चित की। पयास ने अंतत: स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। वहीं आदर्श और ओम छेत्री ने कांस्य अपने नाम किया।
कैडेट गर्ल्स एकल वर्ग में भी दो भारतीय ने जगह बनाई लेकिन सिर्फ श्री भास्कर सेमीफाइनल में पहुंचने में सफल रहीं। वह सेमीफाइनल में चीन की जेयान ली से हारकर कांस्य पदक ही जीत सकीं।
कैडेट गर्ल्स युगव वर्ग में अनाराग्य मंजूनाथ और लक्षिता नारांग को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। फाइनल में इस जोड़ी को चीन की जोड़ी से मात खानी पड़ी।