विंध्याचल(मिर्जापुर), 13 दिसम्बर –केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री प्रो. रामशंकर कठेरिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विश्वविद्यालयों की हालत चिंताजनक है और इसमें जल्द सुधार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही वह उप्र के विश्वविद्यालयों की वर्तमान स्थिति पर चर्चा करने के लिए वहां के कुलपतियों का एक सम्मेलन बुलाएंगे।
विंध्याचल में भाजपा कार्यसमिति की बैठक में शनिवार को भाग लेने पहुंचे कठेरिया ने आईएएनएस से विशेष बातचीत में कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र के बाद वह इस सम्बंध में प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक से बात करके दो दिवसीय तिथि की घोषणा करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस बैठक में विश्वविद्यालयों में प्रवेश, परीक्षा और उनके परिणाम तीनों दृष्टियों पर व्यापक चर्चा होगी और सभी विश्वविद्यालयों के वार्षिक कलेंडर घोषित कर दिए जाएंगे ताकि विश्वविद्यालयों में सत्र सुचारु रूप से चले।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में भ्रष्टाचार के मामलों पर कठेरिया ने कहा कि कई बातें संज्ञान में हैं और जो मामले संज्ञान में आएंगे सरकार उनपर कार्रवाई करेगी।
बीएचयू छात्रसंघ बहाली के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह मसला भी सरकार के संज्ञान में है और इस पर छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए कोई सर्वमान्य निर्णय लिया जाएगा और उसे सुलझा लिया जाएगा।
उन्होंने इस संदर्भ में इलाहाबाद विश्वविद्यालय का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से 300 करोड़ रुपये इस विश्वविद्यालय के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए दिया गया था, लेकिन यह पैसा वहां खर्च नहीं किया गया और वह वापस चला गया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में एक विशेष लॉबी काम कर रही है जो विश्वविद्यालय के विकास में सहयोग नहीं कर रही है। इसके निराकरण के लिए केंद्र सरकार गंभीरता से मंथन कर रही है।
यादव सिंह घोटाला मामले में कठेरिया ने बसपा प्रमुख मायावती व उनके भाई को भी जांच की जद में लाने की मांग की है। उन्होंने मामले की जांच में केंद्र सरकार की तरफ से पूरा सहयोग देने की बात कही है।
उन्होंने कहा कि मायावती के भाई आनंद सिंह और यादव सिंह की पत्नियों ने भी एक संयुक्त कम्पनी बनाई है और ये सभी कम्पनियां घोटाले की आरोपी हैं। ऐसे में मायावती और उनके भाई के खिलाफ इस मामले में जांच जरूरी है।
कठेरिया ने कहा कि यदि यह जांच होगी तो मायावती और उनके भाई का काला चिट्ठा उजागर होगा।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस मामले में केंद्र सरकार अपनी परिधि के भीतर पूरा सहयोग करेगी।
आगरा में हुए धर्म परिवर्तन विवाद पर कठेरिया ने कहा कि बिना किसी दबाव के स्वेच्छा से घर वापसी के वह प्रबल पक्षधर हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि धर्मातरण पर कठोर कानून बनना चाहिए।
गौरतलब है कि कठेरिया आगरा से ही सांसद हैं। अलीगढ़ में विश्व हिन्दू परिषद के प्रस्तावित कार्यक्रम के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर वहां भी स्वेच्छा से लोग घर वापसी कर रहे हैं तो उसका स्वागत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति अपनी इच्छानुसार धर्म, जाति अथवा मजहब को स्वीकार कर सकता है।