आफताब ने बताया कि उन्होंने रक्षाबंधन के मौके पर साइकिल यात्रा शुरू की थी, जो अभी भी जारी है। आफताब की यात्रा को 151 दिन हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि उनकी यात्रा न सिर्फ अपने देश का नाम रौशन करने के लिए है, बल्कि देश में वीर जवानों के प्रति सम्मान की भावना जागृत करने के लिए भी है।
उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान कई बार उनकी तबियत भी खराब हुई, लेकिन उन्होंने अपनी यात्रा जारी रखी। इसके लिए लोगों ने उनकी मदद भी की, क्योंकि उनके पास पैसे नहीं हैं। उन्होंने बताया कि कभी-कभी खाने-पीने की भी कमी हो जाती है, जिससे उन्हें भूखे ही रहना पड़ता है।
मध्यवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले आफताब एक राष्ट्रीय खिलाड़ी हैं। उन्होंने अपनी यात्रा की शुरुआत 20 अगस्त, 2018 को की थी।
बस्तर क्षेत्र के आईजी, विवेकानंद सिन्हा ने पांच फरवरी को पार्षद संग्राम सिंह राणा व पर्वतारोही कुनैना धाकड़ के साथ आफताब को फूल-माला व स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया। आफताब यहां से ओडिशा के लिए रवाना हो गए।