नई दिल्ली, 24 मार्च (आईएएनएस)। दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने मंगलवार को कारोबारी वर्ष के प्रथम तीन महीने के लिए 37,750 करोड़ रुपये के अनुमानित खर्च वाला लेखानुदान प्रस्ताव पेश किया।
उपमुख्यमंत्री व वित्तमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली विधानसभा में लेखानुदान प्रस्तुत करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी बजट बनाने में भी आम आदमी की हिस्सेदारी चाहती है। आम आदमी का बजट बनाने में थोड़ा वक्त लेगा, इसलिए फिलहाल लेखानुदान प्रस्ताव लाया गया है, ताकि काम चलता रहे।
उन्होंने कहा, “लेखानुदान प्रस्ताव लाने का प्रमुख कारण यह है कि हमारी सरकार पिछले महीने ही बनी है। बजट बनाने के लिए वक्त चाहिए।”
सिसोदिया ने कहा, “बजट बंद कमर में नहीं बनाया जा सकता। पहले भले ही ऐसा होता रहा हो, लेकिन हम बजट में आम आदमी की सलाह लेंगे। हम समय चाहते हैं, क्योंकि हम बजट बनाने की प्रक्रिया को बदलना चाहते हैं।”
दिल्ली सरकार का पूर्ण बजट जून के पहले हफ्ते में पेश किए जाने की संभावना है।
ताजा लेखानुदान प्रस्ताव में 21,500 करोड़ रुपये गैर-योजना मद और 15,350 रुपये योजना मद में खर्च प्रस्तावित है।
इसके अलावा 900 करोड़ रुपये का खर्च केंद्र प्रायोजित योजना में दर्शाया गया है।
सिसोदिया ने खेद जताते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली को मिलने वाली मदद राशि 2001 से ही 325 करोड़ रुपये पर स्थिर है, जबकि फरवरी 2015 के केंद्र सरकार के बजट में हरियाणा को दी जाने वाली राशि दोगुनी कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि देश की राजधानी के साथ केंद्र सरकार भेदभाव करे, इसे देश का कोई शख्स उचित नहीं ठहरा सकता।