भोपाल, 2 अप्रैल (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार द्वारा पारित किए गए भूमि विधेयक पर कोई समझौता नहीं करेगी। उन्होंने मोदी सरकार द्वारा लाए गए नए विधेयक को ‘किसान विरोधी’ करार दिया।
बेमौसम बारिश के कारण देश के कई किसानों की फसल बर्बाद हो गई है। किसानों से मिलने के लिए मध्यप्रदेश दौरे पर आईं सोनिया गांधी ने कहा कि पार्टी उस विधेयक पर अटल है जिसे 2013 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार ने पारित किया था।
सोनिया ने कहा, “आप जानते हैं कि भूमि विधेयक पर क्या हो रहा है। हम इस पर समझौता नहीं करेंगे। नया विधेयक किसान विरोधी है। हम उस विधेयक पर अटल हैं जिसे कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार ने पारित किया था।”
उन्होंने कहा कि 2013 के भूमि विधेयक का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सहित कई पार्टियों ने समर्थन किया था।
सोनिया गांधी ने कहा, “आप मुझे बताइये इस विधेयक में क्या कमी है। नया विधेयक किसानों के हित में नहीं है। यह कॉरपोरेट क्षेत्र को फायदा पहुंचाने के लिए तैयार किया गया है।”
भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार ने नए भूमि विधेयक को नौ संशोधनों के साथ लोकसभा में पारित करा लिया है। लेकिन मोदी सरकार के पास राज्यसभा में बहुमत नहीं है इसीलिए सरकार ने इसे उच्च सदन में अभी पेश नहीं किया है।
कांग्रेस के अलावा विपक्ष की कई अन्य पार्टियों ने इस विवादास्पद विधेयक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए रैली निकाली।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दोबारा से भूमि अधिग्रहण लागू करने पर अपनी सहमति दे दी है। पूर्व में जारी किए गए अध्यादेश की अवधि पांच अप्रैल को समाप्त हो रही है।
सोनिया ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी किसानों के अधिकारों लिए लड़ाई लड़ रही है और इसे जारी भी रखेगी।