नई दिल्ली, 4 मई (आईएएनएस)। फिल्मकार विशाल भारद्वाज की फिल्में इस बात का प्रमाण है कि वह महान नाटककार विलियम शेक्सपियर के मुरीद हैं। शेक्सपियर के नाटक से प्रेरणा लेकर फिल्में बनाने वाले विशाल कहते हैं कि साहित्य जगत में शेक्सपियर से बड़ा कोई लेखक नहीं।
विशाल ने यहां रविवार रात 62वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह के रेड कारपेट पर कहा, “शेक्सपियर से बड़ा कोई लेखक नहीं है।”
विशाल की ‘हैदर’ ने सर्वश्रेष्ठ पाश्र्व गायक (सुखविंदर सिंह, ‘बिस्मिल’), सर्वश्रेष्ठ संवाद व संगीत निर्देशन (विशाल भारद्वाज), सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी(सुदेश अधाना) और सर्वश्रेष्ठ परिधान डिजाइनर (डॉली आहलूवालिया) का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है।
विशाल को यहां विज्ञान भवन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अलंकृत किया।
विशाल ने शेक्सपियर के नाटक ‘हैमलेट’ (हैदर), ‘मैकबेथ’ (मकबूल) और ‘ओथेलो’ (ओंकारा) से प्रेरणा लेकर फिल्में बनाई हैं।
उन्होंने कहा, “शेक्सपियर के लेखन में कमियां निकालना मुश्किल है। उनका काम अद्वितीय है।”