वाशिंगटन, 8 मई (आईएएनएस)। अमेरिका के विदेश मंत्रालय का कहना है कि वह हिलेरी क्लिंटन के विदेश मंत्री रहने के दौरान क्लिंटन फाउंडेशन को मिले निजी दानों से संबंधित जानकारी का खुलासा न कर पाने की जांच नहीं करेगा।
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेफ राथके ने संवाददाताओं को गुरुवार को बताया, “विदेश मंत्रालय का हिलेरी के विदेश मंत्रित्वकाल में जिन दस्तावेजों को पेश नहीं किया गया था, उसको लेकर कोई पूर्व प्रभावी राय बनाने या उसकी औपचारिक जांच शुरू करने का इरादा नहीं है।”
पिछले कुछ दिनों में अमेरिका के विभिन्न अखबारों में ऐसी खबर थी कि क्लिंटन फाउंडेशन विदेशी दानों से संबंधित कोई जानकारी नहीं दे पाई है, जो कि वर्ष 2009-2013 के दौरान के हिलेरी विदेश मंत्री रहते हुए हितों के टकराव का मामला बन सकता था।
हालांकि, क्लिंटन फाउंडेशन ने सभी दस्तावेजों को सार्वजनिक करने का वादा किया था, वहीं मीडिया की इस मामले छानबीन उस वक्त बढ़ गई थी जब पूर्व विदेश मंत्री ने अप्रैल में राष्ट्रपति चुनाव में खड़े होने की घोषणा की थी।
राथके ने कहा कि हिलेरी ने ओबामा प्रशासन के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें कहा गया था कि उनके अमेरिका की विदेश मंत्री तथा क्लिंटन फाउंडेशन की बोर्ड सदस्य रहते हुए हितों का टकराव नहीं होगा।
उन्होंने कहा, “हमें अफसोस है कि सभी नए और बढ़े हुए विदेश सरकारों के दानों की समीक्षा का अवसर हमें नहीं मिला।”
उन्होंने हालांकि कहा कि विदेश मंत्रालय फाउंडेशन की तरफ से उठाए गए कदमों का स्वागत करता है।