नई दिल्ली/जयपुर, 16 जून (आईएएनएस)। मैच फिक्सर ललित मोदी के प्रति विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की हमदर्दी से उपजे विवाद में मंगलवार को राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी घिरती नजर आईं। वसुंधरा राजे पर आरोप है कि उन्होंने वर्ष 2011 में ललित मोदी के ब्रिटिश आव्रजन आवेदन में गवाही दी थी। कांग्रेस ने इस मामले पर वसुंधरा राजे से भी इस्तीफे की मांग की है।
इस मामले का खुलासा ललित मोदी के वकीलों के दल द्वारा जारी दस्तावेजों से हुआ है। इन दस्तावेजों में इस बात का उल्लेख है कि राजे जो कि उस दौरान राजस्थान विधानसभा में विपक्ष की नेता थीं, वे ललित मोदी के आव्रजन आवेदन (यात्रा संबंधी दस्तावेज) के पक्ष में थीं। हालांकि इसके लिए उनकी सख्त शर्त थी कि उनका नाम भारतीय अधिकारियों के समक्ष नहीं लिया जाएगा।
राजे की गवाही के रूप में बताए जा रहे इस बयान को 18 अगस्त 2011 की तारीख में जारी किया गया था। इसके मुताबिक, “गवाही के रूप में दिए जा रहे इस बयान का इस्तेमाल केवल उसी उद्देश्य से किया जाएगा, जिसका इसमें वर्णन है और इसे जारी करने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।”
यह पत्र उस ई-मेल का हिस्सा है जिसे सोमवार की रात ललित मोदी को वकील महमूद अब्दी द्वारा काम में लगाई गई एक जनसंपर्क फर्म ने एक निजी चैनल को भेजा है।
ये दस्तावेज सोशल मीडिया पर मीडिया द्वारा प्रसारित किए जा रहे हैं।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने समाचर चैनल एनडीटीवी से कहा, “वसुंधरा राजे के पास इस्तीफे के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।”