नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)। कांग्रेस सदस्यों के सरकार विरोधी नारेबाजी करने और उस पर ‘तानाशाह’ होने का आरोप लगाने के चलते बुधवार को राज्यसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
अपराह्न् दो बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने के कुछ ही देर बाद कांग्रेस सदस्य सभापति की आसंदी के करीब इकट्ठा हो गए और मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
उपसभापति पी.जे. कुरियन ने सदन को चलाने की भरसक कोशिशें कीं, लेकिन वह असफल रहे। वह लगातार कांग्रेस सदस्यों से अपनी सीटों पर लौटने और सदन की कार्यवाही सुचारु चलने देने का आग्रह करते रहे, लेकिन कांग्रेस सदस्यों ने विरोध-प्रदर्शन जारी रखा।
कुरियन ने कहा था, “अपनी सीटों पर वापस जाइए। नारेबाजी का कोई फायदा नहीं है। संसद बहस के लिए है। यह अनुशासनहीनता है। मैं कुछ सदस्यों के अमर्यादित व्यवहार के चलते सदन की कार्यवाही स्थगित करने के लिए मजबूर हो गया हूं।”
उन्होंने इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
इससे पूर्व, पहले स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे दोबारा सदन की बैठक शुरू होने के बाद कांग्रेस सदस्यों ने सभापति हामिद अंसारी की आसंदी के करीब एकत्रित होकर जबर्दस्त नारेबाजी की। अंसारी ने चंद मिनट के अंदर ही हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही अपराह्न् दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी थी।
दिन की कार्यवाही शुरू होते ही विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया।
कुरियन ने कहा कि उन्हें सदन का कामकाज निलंबित करने के लिए चार नोटिस मिले थे, लेकिन सदन उस स्थिति में नहीं था।
तब उन्होंने राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी थी।