समाचार पत्र हारेत्ज की एक रपट के मुताबिक, यात्रा का मकसद इजरायल के कट्टर दुश्मन हिजबुल्ला से आधुनिक हथियारों को दूर रखना, सीरिया की सीमा से लगे इजरायल के क्षेत्रों में हमले को कैसे रोका जाए और सीरिया के हवाई क्षेत्रों में इजरायल के अभियानों में समन्वय स्थापित करने पर चर्चा करना है।
प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा बीते सप्ताह जारी एक बयान के मुताबिक, हाल के सबूत से यह खुलासा होता है कि सीरिया में रूसी सुरक्षा बलों की संख्या में वृद्धि हो रही है, जिसे लेकर इजरायल चिंतित है। रूस के अत्याधुनिक हथियार हिजबुल्ला व अन्य आतंकवादी संगठन के हाथ लग सकते हैं।
सीरिया में जारी गृह युद्ध के बीच रूस द्वारा सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद को समर्थन की पश्चिमी देशों ने आलोचना की है।
रूस द्वारा ईरान को एस-300 मिसाइल प्रणाली देने की अप्रैल में घोषणा के बाद हाल के महीनों में जेरूसलम व मॉस्को के बीच तनाव में खासी बढ़ोतरी हुई है। रूसी अधिकारियों द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, दोनों देशों द्वारा इस सप्ताह के बाद आपूर्ति समझौते पर हस्ताक्षर किया जाएगा।
नेतन्याहू ने अंतिम बार मॉस्को का दौरा नवंबर 2013 में किया था और पुतिन से मुलाकात की थी।