कुआलालंपुर, 21 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आसियान सम्मेलन से इतर शनिवार को चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग से यहां मुलाकात की और भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित सौर गठबंधन में चीन को शामिल होने का न्योता दिया, जो पेरिस में जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के दौरान लॉन्च होगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, अर्थव्यवस्था में मंदी, जलवायु परिवर्तन व अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के मद्देनजर, दोनों पक्षों ने वैश्विक परिदृश्य की समीक्षा की।
दोनों पक्षों ने सहमति जताई कि आतंकवाद सबसे बड़ी चुनौती है और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इससे मुकाबला करने के लिए एक साथ आना चाहिए। दोनों पक्षों ने पेरिस सम्मेलन के सीओपी-21 की तैयारी की समीक्षा की।
मोदी ने सौर गठबंधन से ली को अवगत कराया और इसमें शामिल होने के लिए चीन को आमंत्रित किया।
व्यापार व निवेश पर चर्चा के दौरान मोदी ने चीन के साथ व्यापक व्यापार घाटे पर चिंता दोहराई। उन्होंने कौशल विकास के क्षेत्र में सहयोग की भी चर्चा की।
ली ने कहा कि मंदी के बावजूद भारत ने अपने विकास दर को बनाए रखा।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की एक रपट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि चीन व भारत के बीच मतभेदों से ज्यादा साझा हित हैं।
ली ने कहा कि अगर चीन व भारत परस्पर विश्वास व सहयोग को विकसित करता है, तो न सिर्फ इससे दोनों पक्षों को लाभ होगा, बल्कि इससे दुनिया भी बेहतर होगी।
चीन की ‘मेड इन चाइना 2025’ व ‘इंटरनेट प्लस’ अभियान तथा भारत के ‘मेक इन इंडिया’ व ‘डिजिटल इंडिया’ कार्यक्रमों का हवाला देते हुए ली ने कहा कि दोनों देशों की रणनीतियां भी एक ही जैसी हैं।
उन्होंने कहा कि चीन व्यापार व निवेश, बुनियादी ढांचे का निर्माण व वित्तीय सेवाओं में सहयोग बढ़ाने के लिए भारत के साथ हाथ मिलाने के लिए तैयार है, साथ ही लोगों के आदान-प्रदान से द्विपक्षीय संबंध को लोगों का और समर्थन मिलेगा।
मोदी यहां शनिवार तड़के 13वें आसियान-भारत सम्मेलन व 10वें पूर्वी एशिया सम्मेलन में हिस्सा लेने आए हैं।