कोलंबो, 26 नवंबर (आईएएनएस)। श्रीलंका पुलिस ने गुरुवार को कहा कि लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) के प्रति सार्वजनिक रूप से समर्थन जताने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। लिट्टे का वजूद अब खत्म हो चुका है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रपट के मुताबिक, मारे गए तमिल नेता वेलुपिल्लई प्रभाकरण की जयंती के अवसर पर तमिल बहुल देश के उत्तरी हिस्से में कुछ समूह स्मृति दिवस के आयोजन की तैयारियां कर रहे हैं। इसी को देखते हुए यह चेतावनी जारी की गई है।
श्रीलंका सेना द्वारा 2009 में मारे गए प्रभाकरण का जन्म 1954 में इसी दिन हुआ था।
लिट्टे श्रीलंका में गैर कानूनी संगठन घोषित है। प्रतिबंध के बावजूद पहले भी कुछ समूहों ने विद्रोहियों के समर्थन में समारोह आयोजित किए थे।
पुलिस प्रवक्ता रुवन गुणासेकरा ने कहा कि टाइगर्स पर अभी भी प्रतिबंध है। इसलिए उसके नेताओं के समर्थन में सार्वजनिक समारोह आयोजित नहीं किए जा सकते।
श्रीलंका की उत्तरी प्रांतीय परिषद के सदस्य एम.के. सिवाजीलिंघम ने कहा कि लोगों से शुक्रवार को लिट्टे सदस्यों की याद में समारोह का आग्रह किया। लिट्टे विद्रोहियों के लिए वार्षिक स्मरणोत्सव सप्ताह के तहत समारोह आयोजित करने का आग्रह किया गया।
सिवाजीलिंघम ने कहा कि युद्ध में मारे गए लोगों के लिए स्मरण दिवस मनाने का अधिकार सभी को है, भले ही मारे गए लोग तमिल टाइगर्स ही क्यों न हों।
उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि उन्होंने जनता से शांतिपूर्वक समारोह मनाने का आग्रह किया है।