स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ फॉरेन एक्सचेंज (एसएएफई) ने चीन के लगातार चालू खाता आधिक्य में रहने और दुनिया के सबसे विशाल विदेशी पूंजी (फॉरेक्स) भंडार को अंतर्राष्ट्रीय भुगतान संतुलन सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण सहायक बताया।
एसएएफई ने कहा, “घरेलू तरलता और वित्तीय संचालन पर पूंजी के बाहर निकलने का प्रभाव नियंत्रण की सीमा में है।”
गत वर्ष अगस्त में विदेशी मुद्रा विनिमय दर को अधिकाधिक रूप से बाजार आधारित बनाने के लिए प्रणाली में किए गए बदलाव के बाद युआन में जारी गिरावट के बीच देश से पूंजी बाहर निकलने का डर जताया जा रहा है।
दिसंबर में चीन का फॉरेक्स भंडार रिकार्ड मासिक गिरावट के साथ 3,330 अरब डॉलर पर आ गया, जो गत तीन साल से अधिक समय का निचला स्तर है।
एसएएफई ने कहा कि फॉरेक्स में लगातार गिरावट के बाद भी यह किसी भी बाहरी झटकों को झेलने में पूरी तरह समर्थ है।
उसने साथ ही इस जोखिम से बचने के लिए पूंजी प्रवाह पर चौकसी और विश्लेषण बढ़ाने का वादा किया।