कन्नूर, 21 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कार्यकर्ता काथिरर मनोज की हत्या मामले में माकपा नेता पी. जयराजन को 25वां आरोपी बनाया। यह हत्याकांड सितंबर 2014 में हुआ था। सात लोगों के समूह ने पहले उसकी गाड़ी की तरफ बम फेंका। लेकिन उससे बच जाने पर उसे काट कर मार डाला।
माकपा ने सीबीआई के इस कदम की आलोचना की है। पार्टी के राज्य सचिव कोडियरी बालाकृष्णण ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया।
उन्होंने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के इशारे पर हो रहा है जो केरल के भाजपा व आरएसएस कार्यकर्ता को खुश करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि कल तक तो सीबीआई ने कहा था कि जयाराजन आरोपी नहीं है। लेकिन अब आरोपी बता रहे हैं जबकि उनसे इस मामले में पूछताछ तक नहीं की गई है। फिर सीबीआई कैसे उन्हें आरोपी ठहरा रही है।
यहां की एक अदालत ने इस हत्या मामले में 63 वर्षीय जयाराजन की अग्रिम जमानत याचिका 19 जनवरी को खारिज कर दी थी।
जयाराजन को इस महीने की शुरुआत में सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया था। उसके बाद उन्होंने अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी जिसे खारिज कर दिया गया। इसके बाद जयाराजन ने तबीयत बिगड़ने की शिकायत की। मंगलवार को उन्हें एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। जयाराजन एक दूसरे हत्या के मामले में फिलहाल जमानत पर हैं। पिछले साल भी जयाराजन की एक अग्रिम जमानत याचिका खारिज हुई थी और सीबीआई ने उनसे प्रदेश की राजधानी में पूछताछ की ती।
संघ कार्यकर्ता हत्या मामले में सीबीआई ने अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया है।
वहीं, राज्य की राजनीतिक यात्रा पर निकले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वी. एम. सुधीरन ने कहा है कि वो समझ नहीं पा रहे हैं कि माकपा क्यों इस मामले से भाग रही है। वे कानून का सामना करने की बजाए मामले से भाग क्यों रहे हैं। यह न सिर्फ तंत्र को चुनौती है बल्कि वे लोगों को भी धोखा दे रहे हैं।