इस दौरान आग की लपटों से वह झुलस गए, लेकिन मवेशियों को उन्होंने पूरे साहस के साथ बचाया। तुषार छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले अंतर्गत बेरला तहसील के ग्राम हरदी का रहने वाला है। शनिवार को प्रेस क्लब पहुंचे तुषार ने कहा कि मवेशियों को बचाकर उन्हें खुशी हुई। आगे भी वह दूसरों की जान बचाने में पीछे नहीं हटेंगे।
मामला 20 सितंबर 2015 का है। जब ग्राम हरदी, पोस्ट भिभोरी तहसील बेरलाए जिला बेमेतरा निवासी भूलूराम वर्मा के घर के पीछे स्थित कोठे में रात के लगभग 9 बजे मच्छर भगाने के लिए जलाए हुए कण्डों से आग लग गई। घर में केवल दो वृद्ध दम्पत्ति थे।
वृद्ध भुलूराम वर्मा ने जैसे ही कोठे के ऊपर जलती हुई आग देखी वे जोर-जोर से चिल्लाने लगे। कोठे के ऊपर दो गाड़ी पैरा व भूसा रखा था। उसमें तीन गाय और दो बैल बंधे हुए थे। भुलूराम की आवाज सुनकर पड़ोसी दौड़कर उनके घर आए। वहीं पास में ही रहने वाले डोगेश्वर वर्मा का 15 वर्षीय बेटा तुषार वर्मा भोजन कर रहा था। आवाज सुनकर तुषार वर्मा भोजन छोड़कर घर से बाहर निकला और आग लगे घर में दौड़कर पहुंचा।
वहां पड़ोसी अपने-अपने घरों से पानी लाकर आग बुझाने का प्रयास कर रहे थे। तुषार तुरंत ही किसी तरह कोठे के ऊपर चढ़कर नीचे पड़ोसियों से पानी लेकर आग बुझाने का प्रयास करने लगा। आग की लपटें तेज होने के कारण उसे बड़ी तकलीफ भी होने लगी, किन्तु वह साहस के साथ आग बुझाने में लगा रहा।
ग्रामीणों की सहायता से कोठे के नीचे बंधे मवेशियों को बाहर निकाल लिया गया। इस घटना में बालक तुषार आग से झुलस गया। इसके बाद तुषार का प्राथमिक उपचार कराया गया।
राज्यपाल बलरामजी दास टंडन गणतंत्र दिवस (26 जनवरी को) पर राज्य वीरता पुरस्कार के चयनित बच्चों को रायपुर के पुलिस मैदान में आयोजित राज्य स्तरीय मुख्य समारोह में नगद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित करेंगे। पुरस्कार के लिए चयनित बच्चों में कई नाम शामिल हैं।