नई दिल्ली, 29 जनवरी (आईएएनएस)। भारत, अफगानिस्तान, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका की अग्रणी महिला सांसद लैंगिक समानता और समाज में महिलाओं की राजनैतिक और आर्थिक भागीदारी के महत्व के मुद्दे पर जागरूकता बढ़ाने के लिए कोलंबो और नई दिल्ली में कई गतिविधियों में भाग लेंगी।
नई दिल्ली स्थित कनाडा उच्चायोग से जारी एक बयान के अनुसार पहली ‘दक्षिण एशियाई महिला सांसद वार्ता’ के आयोजन का विचार दक्षिण एशिया में कनाडा के चार मिशनों का था। इसका उद्देश्य लैंगिक समानता, लोकतंत्र, शासन और अंतर्राष्ट्रीय मामलों में महिलाओं की भूमिका पर विचार-विमर्श के लिए प्रख्यात महिला नेताओं को एक मंच पर लाना है।
भारत में ‘वूमेन फीचर सर्विस’ कनाडा उच्चायोग की साझेदारी में ‘दक्षिण एशियाई महिला सांसद वार्ता’ की मेजबानी कर रही है।
ये प्रतिनिधि एक और दो फरवरी को दिल्ली में महिलाओं के सशक्तीकरण में शिक्षा और कौशल के प्रभाव से लेकर अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों में महिलाओं की भूमिका जैसे कई विषयों पर महिला अधिकार संगठनों, थिंक टैंक, छात्रों और मीडिया के साथ बातचीत करेंगी।
वार्ता में मेजबान देश भारत की सांसद मीनाक्षी लेखी, श्रीलंका की सांसद और मंत्री चंद्राणी बंडारा जयसिंघे, अफगानिस्तान की सांसद नाहीद फरीद, नेपाल की सांसद छाया शर्मा (पंत) और पाकिस्तान की सांसद मैजा हमीद शामिल होंगी।
समारोह की विशेष अतिथि कनाडा के प्रांत ओंटारियो की प्रधानमंत्री कैथलीन वायने पहली फरवरी को ‘कौशल और आर्थिक आत्मनिर्भरता द्वारा महिला सशक्तिकरण’ विषय पर छात्रों से चर्चा करेंगी।
ये प्रतिनिधि 30 जनवरी तक कोलंबो में होंगी। वहां श्रीलंका की संसद जाएंगी और सांसदों और सरकारी अधिकारियों से मुलाकात करेंगी। साथ ही वे राजनीति में महिलाओं की भागीदारी पर एक दिवसीय गोष्ठी में भी भाग लेंगी और मीडिया से चर्चा करेंगी।
कनाडा की घरेलू और विदेश नीति में महिला अधिकारों की सुरक्षा और बेहतरी का अहम स्थान है।