नई दिल्ली, 17 जून (आईएएनएस)। दिल्ली के भ्रष्टाचार निवारक ब्यूरो (एसीबी) के प्रमुख एम.के. मीना ने शुक्रवार को कहा कि 400 करोड़ रुपये के पानी टैंकर घोटाले से संबंधित रपट को दबाने के लिए जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या एसीबी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को समन करेगी, मीना ने कहा, “यदि जरूरत पड़ी तो हम जरूर ऐसा करेंगे।”
मीना ने न्यूजएक्स टीवी चैनल के साथ एक साक्षात्कार में कहा, “मामले को दबाने के लिए जो लोग जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने कहा कि एसीबी को इस घोटाले के संबंध में दो शिकायतें मिली हैं।
मीना ने कहा, “दिल्ली के जलमंत्री कपिल मिश्रा ने एक पत्र में कहा है कि शीला दीक्षित के मुख्यमंत्रित्वकाल में पानी टैंकर वितरण प्रबंधन प्रणाली की हुई एक जांच रपट उन्हें प्राप्त हुई है, जिसमें 400 करोड़ रुपये का घोटाला पता चला है।”
उन्होंने कहा, “एक अन्य शिकायत में विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया है कि मिश्रा ने जांच समिति की रपट 28 अगस्त, 2015 को केजरीवाल को दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। हम इस पहलू की भी जांच कर रहे हैं।”
आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने दिल्ली जल बोर्ड द्वारा शीला दीक्षित के शासन काल में 2012 में स्टेनलेस स्टील के 385 पानी के टैंकर खरीदने में हुई कथित अनियमितता की जांच के लिए जून 2015 में पांच सदस्यीय एक तथ्यान्वेषी समिति गठित की थी।
उपराज्यपाल नजीब जंग ने भी गुरुवार को इस कथित घोटाले में दीक्षित के खिलाफ जांच को मंजूरी दे दी।
दीक्षित ने हालांकि मीडिया द्वारा मांगी गई प्रतिक्रिया में कहा है कि टेंडर अवार्ड करने का निर्णय एक समिति द्वारा सामूहिक रूप से लिया गया था।
आप सरकार ने दीक्षित के खिलाफ सीबीआई और एसीबी में प्राथमिकी दर्ज करने की सिफारिश की थी।