लखनऊ, 27 जून (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में अखिलेश मंत्रिमंडल के विस्तार के दौरान वरिष्ठ मंत्री शिवपाल यादव की गैरहाजिरी को लेकर मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के किसी सवाल का जवाब तो नहीं दिया, लेकिन सपा के राज्यसभा सांसद अमर सिंह और प्रो. राम गोपाल यादव ने जरूर शिवपाल की गैरहाजिरी को लेकर पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए।
शिवपाल के शपथ ग्रहण समारोह में न आने के सवाल पर अमर सिंह ने कहा कि उनकी गैरहाजिरी को नाराजगी से न जोड़ा जाए। उन्होंने कहा, “मैं शिवपाल के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद हूं। इसका मतलब शिवपाल यहां मौजूद हैं। अमर सिंह ने कहा कि चाचा-भतीजे में पूरा प्रेम है। प्रेम को प्रेम की तरह देखिए। मीडिया इसे अंतर्कलह और नाराजगी के रूप में न देखे।”
वहीं, सपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रवक्ता राम गोपाल यादव ने पत्रकारों से कहा कि कोई नाराजगी नहीं है। परिवार में कोई अंतर्कलह नहीं है। उनका कार्यक्रम पहले से तय रहा होगा, इसलिए व्यस्तता के चलते वे नहीं आ सके।
कैबिनेट मंत्री का पद वापस मिलन के बाद नारद राय ने कहा, “मुझे अब किसी विभाग की चाह नहीं है। मेरे लिए विभाग कोई मुद्दा ही नहीं है। मैं अब पूरी तरह से अखिलेश को दोबारा मुख्यमंत्री बनाने के लिए मिशन-2017 के तहत काम करूंगा। मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव विधानसभा चुनाव-2017 की ²ष्टि से जो आदेश-निर्देश देंगे, उसी तरह काम करूंगा।”
राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बने रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि वह अब जनता की समस्याओं को और ज्यादा हल कर सकेंगे।
उन्होंने कहा, “मैं जनता के लिए धरना, आंदोलन करते हुए ढाई सौ बार जेल गया हूं, जो एक रिकार्ड है। मेरे ऊपर मुकदमे भी राजनैतिक हैं। ये मुकदमे जनता के लिए धरना, प्रदर्शन और आंदोलन करते हुए दायर किए गए। बसपा सरकार में आंदोलन करते हुए दर्जनों बार लाठियां खाईं, खून बहा। जनता को जब भी किसी ने दमन और जुल्म से दबाने की कोशिश की है, मैंने उसका साथ दिया है।”