भोपाल– मप्र में किसान आत्महत्या कर रहा है ,फसल उत्पादन आधे से भी कम है,सरकार कर्ज में डूबी हुई है लेकिन भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष लाल बत्ती की मांग,आर्थिक अधिकार अपने हाथों में लेने को लेकर सरकार पर दबाव डाल अपनी असंवेदनशीलता को उजागर कर रहे हैं.
पिछले कई वर्षों के नुक्सान के भुगतान शासन न कर पाने से अभी शर्मिंदगी से उबर भी नहीं पाया है की प्रकृति की नयी मार किसानों पर पड़ गयी है .वहीँ उनके जिला पंचायत अध्यक्ष लाल-बत्ती से अपना रुतबा बढाने और सीधे मजदूरों-किसानों के खाते में पैसा जाने से नहीं कर पा रहे भ्रष्टाचार से परेशान सीधे अपने खाते में पैसा डलवाने की जुगत लगा रहे हैं.
मप्र का पंचायत विभाग 500 करोड़ के घोटाले से जूझ रहा
मप्र के पंचायत विभाग की 500 करोड़ की राशि भ्रष्टाचार के गलियारों में खो गयी है .पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव ने विशवास दिलाया की इसी वर्ष इसकी तस्दीक कर दोषियों को सजा दिलाई जायेगी.
जिला पंचायत अध्यक्षों से भयभीत है सरकार
मप्र भाजपा के अध्यक्ष और संगठनमहामंत्री जिला पंचायत अध्यक्षों के साथ बैठकें कर चुके लेकिन कोई हल नहीं निकला.कल हुई भाजपा कार्यालय में बैठक में जिसमें भाजपा अध्यक्ष और पंचायत मंत्री शामिल थे आश्वासनों के अलावा कोई हल नहीं निकला.आलम यह रहा की दोपहर का भोजन शाम 6 बजे किया गया.
पंचायत मंत्री ने जनता के पैसों को पाकेट-मनी कहा
गोपाल भार्गव में पत्रकरों से बात करते हुए कहा की अब 20 प्रत्तिशत राशि सीधे जिला-पंचायत अध्यक्षों को और 10 प्रतिशत राशि जनपद अध्यक्षों को सीधे जी जायेगी जो पाकेट -मनी के रूप में होगी.