तिरुवनंतपुरम, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। केरल में विभिन्न संगठनों द्वारा बुधवार को बंद के आह्वान से राज्य में आम जनजीवन प्रभावित है। राज्य में यह इस साल का तीसरा बंद है। यह बंद 12 घंटों के बाद शाम छह बजे खत्म होगा।
राज्य में विभन्न संगठनों ने बुधवार को बंद का आह्वान किया है, जिसमें ट्रांसपोर्ट वर्कर्स यूनियन सहित अन्य संगठन भी शामिल हैं। यह यूनियन बीमा प्रीमियम तथा ईंधन मूल्यों में वृद्धि का विरोध कर रहा है।
बंद करने वाले संगठनों में किसान यूनियन भी है, जो नकदी फसलों, खासतौर से रबर के मूल्य में आई गिरावट का विरोध कर रहे हैं।
केरल मत्स्य समन्वय समिति भी बंद में शामिल है, जिसने डॉ. मीनाकुमारी आयोग की रिपोर्ट के विरोध में बंद किया है। मछुआरों का कहना है कि अगर मीनाकुमारी आयोग की रिपोर्ट लागू हो गया तो उनका पारंपरिक पेशा बर्बादी की कगार पर पहुंच जाएगा।
बंद के कारण राज्य की दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रहे। शहरी इलाकों में कुछ सार्वजनिक वाहन दिखाई दिए, जबकि ग्रामीण शहरों में यातायात लगभग बंद ही रहा।
बंद के कारण बुधवार को होने वाली विश्वविद्यालय की सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गईं। अधिकतर निजी कार्यालय बंद रहे, जबकि सरकारी कार्यालयों भी उपस्थिति सामान्य से कम रही।
पुलिस ने मुख्य रेलवे स्टेशनों पर विशेष प्रबंध किए हैं, जहां वे असहाय और अस्पताल जाने वाले लोगों को गंतव्य तक पहुंचा रहे हैं।