नई दिल्ली, 21 सितम्बर (आईएएनएस)। नीति आयोग ने बुधवार को 2024 ओलम्पिक खेलों में 50 पदकों के लक्ष्य के साथ ‘लेट्स प्ले’ नाम से खेलों की नई कार्ययोजना का ऐलान किया।
इस योजना का मकसद देश में खेलों की स्थिति में सुधार कर इसमें नई जान फूंकना है।
आयोग की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, 20 बिंदुओं वाली कार्ययोजना में सुधार के लिए कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्रों का जिक्र किया गया है। इस कार्ययोजना को लघुकाल (चार से आठ साल) और मध्य से दीर्घकाल (आठ से 15 साल) में बांटा गया है।
इन बिंदुओं में प्रथमिक खेलों का समूह बनाना और हर खेल के खिलाड़ियों को तीन समूह में बांटना, क्षेत्रीय एवं मूल स्थानीय खेलों पर जोर देना, विश्व स्तर के कोचों को लाना और कोचों के लिए ग्रेडिंग प्रणाली लागू करना शामिल है।
इस योजना की शुरुआत के मौके पर नीति आयोग ने ट्वीट किया, “नीति आयोग शुरू कर रहा है लेट्स प्ले; खेलों की स्थिति में नई जान डालने की कार्ययोजना है। लक्ष्य 50 ओलम्पिक पदक हासिल करना है।”
नीति आयोग की वेबसाइट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है, “हमारा देश बड़ा और विविधतापूर्ण है। खेल राष्ट्रीय एकता का माध्यम हो सकते हैं।”
इस कार्ययोजना में विशेष तौर पर प्राथमिकता वाले खेलों के समूह की पहचान कर उन पर ध्यान देने, क्षेत्रीय व स्थानीय खेलों को बढ़ावा देने, राष्ट्रीय खेल नियम और खेल विधेयक को लागू करने, चोटों के लिए बीमा योजना बनाने, मौजूदा भारतीय खेल प्राधिकरण (साईं) के प्रशिक्षण केन्द्रों को मजबूत करने, खेल अकादमियां बनाने जैसी बातों पर जोर है।
इसकी घोषणा पर नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने कहा कि लघु काल और दीर्घ काल योजना का लक्ष्य 2024 में होने वाले ओलम्पिक खेलों में 50 पदक हासिल करना है।
आयोग ने साथ ही खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए उम्र सीमा 12 वर्ष की जगह आठ वर्ष करने का सुझाव दिया है। इसके अलावा आयोग ने पांच साल तक की खेल प्रतिभाओं की तलाश करने का सुझाव दिया है।
नीति आयोग के एक अधिकारी ने कहा, “खेलों में सुधार करने और पदक जीतने वाले प्रदर्शन तक पहुंचने यह जरुरी है कि दस खेलों को चुना जाए और ऐसी कार्ययोजना बनाई जाए जिससे परिणाम निकलें। केन्या और जमैका जैसे देश दो ओलम्पिक खेलों में हिस्सा लेते हैं और क्रमश: कुल 100 एवं 78 पदक हासिल कर लेते हैं।”