जयपुर, 24 अप्रैल (आईएएनएस)। राष्ट्रीय राजधानी में आम आदमी पार्टी (आप) की रैली में पेड़ से फंदा लगाकर खुदकुशी करने वाले किसान गजेंद्र के परिजनों ने शुक्रवार को मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की। परिवार का कहना है कि इससे उन परिस्थितियों का पता लगाया जा सकेगा जिसके कारण गजेंद्र ने आत्महत्या की।
राजस्थान के दौसा जिला स्थित अपनै पैतृक गांव से गजेंद्र के चाचा गोपाल सिंह ने आईएएनएस से फोन पर कहा, “हम चाहते हैं कि मामले की सीबीआई से और निष्पक्ष जांच हो। हमने यह बात राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र सिंह राठौर से भी कही है, जो कि आज (शुक्रवार) हमसे मिलने के लिए यहां आए थे।”
राठौर गजेंद्र के परिवार से मुलाकात करने के लिए दौसा जिले के नंगला झामरवाड़ा गांव पहुंचे और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से उन्हें चार लाख रुपये का चेक सौंपा।
गोपाल सिंह ने कहा, “परिवार ने राठौर से गजेंद्र के बड़े बेटे को पढ़ाई पूरी कर लेने के बाद सरकारी नौकरी देने के लिए कहा है। वह अभी कक्षा छह में पढ़ रहा है।”
परिवार ने यह भी मांग की है कि गजेंद्र सिंह की बेटी मेघा जो कि कक्षा 12 में पढ़ रही है उसे बोर्ड परीक्षा पास कर लेने के बाद जयपुर स्थित राजस्थान विश्वविद्यालय के महारानी कॉलेज में दाखिला दिया जाए।
गोपाल सिंह ने कहा, “राठौर ने हमें आश्वसान दिया है कि वह हमारी मांग को मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे। वह परिवार द्वारा मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग भी केंद्र सरकार तक पहुंचाएंगे।”
इससे पहले दिन में राजपूत समुदाय की कार्यकर्ता इकाई राजपूत कर्णी सेना ने दिल्ली के मुख्यमंत्री का पुतला फूंका और गजेंद्र को शहीद का दर्जा देने की मांग की। गजेंद्र सिंह जाति से राजपूत था।
राजपूत कर्णी सेना आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज कराने पर भी विचार कर रही है।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को आम आदमी पार्टी की भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ जंतर-मंतर पर जारी रैली में गजेंद्र ने पेड़ से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली थी।