नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाबी गायिका गिन्नी माही का कहना है कि वह दलितों की आवाज बनकर उनके अधिकारों के लिए लड़ना चाहती हैं। 17 वर्षीय माही के यूट्यूब पर एक लाख से अधिक प्रशंसक हैं।
नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाबी गायिका गिन्नी माही का कहना है कि वह दलितों की आवाज बनकर उनके अधिकारों के लिए लड़ना चाहती हैं। 17 वर्षीय माही के यूट्यूब पर एक लाख से अधिक प्रशंसक हैं।
गिन्नी अपने गीतों के माध्यम से समानता का संदेश देना चाहती हैं।
माही ने आईएएनएस से कहा, “ज्यादातर लोग महिला सशक्तिकरण और पुरुषों के सशक्तिकरण के बारे में बात करते हैं, लेकिन इस दौरान हम एलजीबीटी समुदाय के बारे में भूल जाते हैं। मैं उन्हें भी समानता का हक दिए जाने के लिए गाऊंगी।”
उन्होंने कहा, “मैं अंत तक बदलाव लाने की कोशिश करूंगी। मेरे ज्यादातर गीत समानता पर आधारित हैं।”
जलंधर की गायिका ने कहा, “मैं खुद दलित हूं। मैंने दलितों की बहुत-सी समस्याएं सुनी हैं, लेकिन इसमें पहले की तुलना में काफी सुधार है।”
वर्तमान में संगीत से स्नातक के प्रथम वर्ष की शिक्षा ले रहीं गिन्नी प्रतिभाशाली गायिका बनना चाहती हैं।
उन्होंने कहा, “मैंने लता मंगेशकर, नुसरत फतेह अली खान, राहत फतेह अली खान जैसे गायकों के काफी गीत सुने हैं।”