(खुसुर-फुसुर)– मप्र के एक काबीना मंत्री अपने मुख्यमंत्री की बात हमेशा दरकिनार करते रहे हैं.उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा पुराना स्टाफ न रखे जाने के फरमान को तुरंत ही पलीता लगा दिया था.अब अपने एक ख़ास अधिकारी को जो पहले मलाईदार जगह पर थे और विरोध ज्यादा होने पर मुख्यालय बुला लिया गया था.लेकिन ट्रांसफर पर प्रतिबन्ध हटते ही मंत्री जी ने फिर अपनी दमदारी दिखाई और उस खासमखास को फिर से मलाईदार पद पर पोस्टिंग करवा दी.मंत्री जी की इसी काबिलियत के चर्चे लुटेरों तक भी पहुंचे थे और उन्होंने भी अपनी कारगुजारी दिखाने में कोई कसर नहीं रखी.
मंत्री जी के निज स्टाफ में भी एक अधिकारी हैं जो सामंजस्य में अव्वल माने जाते हैं और उन्हें भी मंत्री जी ने नहीं हटाया.सूत्रों ने भी बताया एक परेशान व्यक्ति का कार्य इस तिकड़ी के बीच फंस गया था उसके लिए भाजपा के संगठन महामंत्री ने भी सूचित किया,लेकिन यह तिकड़ी उस कार्य को गोल -मोल कर गयी.खबर यह भी है की अधिकारी को सिंहस्थ का बड़ा बजट देख कर वहां भेजा गया है.