भोपाल, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में नवरात्र पर्व के समापन पर मंगलवार को चल समारोहों के साथ देवी प्रतिमाओं के विसर्जन का क्रम देर शाम तक जारी रहा। हर शहर और गांव की सड़क व गली से देवी प्रतिमाओं को लेकर श्रद्धालु जलस्रोतों तक विसर्जन के लिए पहुंचे।
वैसे तो सोमवार की रात महानवमी के मौके पर ही विशेष पूजा-अर्चना और अनुष्ठान व हवन के बाद से ही दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला शुरू हो गया था, मगर मंगलवार की सुबह से देवी प्रतिमाओं के विसर्जन के चल समारोहों में तेजी आई। राजधानी के विभिन्न स्थानों पर स्थापित की गई प्रतिमाओं को श्रद्घालुओं की टोलियां विभिन्न मागरें से होती हुई बड़े तालाब के प्रेमपुरा घाट पर लेकर पहुंची जहां उनका विसर्जन किया गया।
इसी तरह राज्य के अन्य हिस्सों- जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन आदि स्थानों पर देवी प्रतिमाओं को श्रद्घालुओं ने गीत भजन और नाचते गाते हुए विदाई दी। कई स्थानों पर तो आलम यह था कि सड़कें अबीर गुलाल से पट गई थीं। अपनी आराध्य को विदाई देते वक्त श्रद्घालु इतने भाव विभोर हो गए कि उन्होंने होली तक खेली।