गया (बिहार), 5 सितंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भगवान बुद्ध की ज्ञानस्थली बोधगया में महाबोधि मंदिर के गर्भगृह में तथागत की पूजा-अर्चना की और महाबोधि वृक्ष के नीचे बैठकर कुछ देर ध्यान लगाया। इस दौरान प्रार्थना सभा का आयोजन भी किया गया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “दुनिया की समस्याओं को सुलझाने के लिए भगवान बुद्ध की शरण में जाना होगा। मानवता की भूमि बोधगया आकर मैं गौरवान्वित हुआ।”
बोधगया में अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन के समापन अवसर पर विभिन्न देशों से आए प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, “शिक्षक दिवस और श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का दिन होने के कारण इस सम्मेलन का महत्व और बढ़ जाता है। आज मैं भगवान बुद्ध की धरती पर हूं और श्रीकृष्ण का जन्मदिन है। दोनों ने संसार को धर्म, समानता और कर्मयोग का संदेश दिया।”
उन्होंने कहा कि इसी तरह का अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन अगले साल जनवरी में जापान की राजधानी टोक्यो में होगा।
प्रधानमंत्री ने पूरे मंदिर परिसर में भ्रमण किया और कई ऐतिहासिक वस्तुओं को देखा और उसके बारे में जानकारी प्राप्त की।
मान्यता है कि इसी महाबोधि वृक्ष के नीचे ध्यानमग्न भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनियाभर में झगड़े मिटाने के लिए भगवान बुद्ध की सीख का सहारा लिया जाता है और पर्यावरण संबंधी समस्याएं भी उनके बताए रास्ते पर चलने से सुलझ सकती है।
मोदी ने भगवान बुद्ध और भगवान श्रीकृष्ण को महान शिक्षक बताते हुए कहा कि दोनों ने दुनिया को शांति और प्यार का संदेश दिया। आज कट्टरपंथी अपने विचार थोपने को आमादा हैं, जिससे मतभेद बढ़ता है।
उन्होंने कहा कि हिंदू और बौद्ध धर्म दुनिया में टकराव के रास्ते का पक्षधर नहीं है। दोनों शांति के रास्ते पर चलने की नसीहत देते हैं।
मादी ने कहा, “दुनिया आज बुद्ध की ओर देख रही है। झगड़े मिटाने के लिए बुद्ध का ही सहारा है। हिंदू धर्म पर बुद्ध का असर है। बुद्ध धर्म से ऊपर मानवता को मानते थे। हम बोधगया को दुनिया के बौद्धों के लिए आध्यात्मिक राजधानी बनाना चाहते हैं।”
प्रधानमंत्री ने नव नालंदा महाविहार की ओर से चीनी यात्री ह्वेनसांग की मगध यात्रा और मगध प्रक्षेत्र के बौद्ध स्थलों पर आधिारित ‘तीर्थ यात्रा और सत्य की खोज’ विषयक प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
इससे पहले बुद्धभूमि पर प्रधानमंत्री की आगवानी बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नंदकिशोर यादव सहित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेताओं ने किया।
राज्य सरकार की तरफ से प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नहीं पहुंचे, बल्कि उनके मंत्री श्याम रजक ने मोदी का स्वागत किया।
गया हवाईअड्डे पर प्रधानमंत्री को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया।
प्रधानमंत्री के बोधगया आगमन को लेकर नक्सलियों ने शुक्रवार की रात से 24 घंटे के मगध बंद का ऐलान किया है। इसके मद्देनजर गया में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।