भोपाल-पर्यटन निगम द्वारा प्रदेश में 12 बोट क्लब संचालित किये जा रहे है जो कि पर्यटकों को नियमित रूप से जलीय पर्यटन की सुविधा प्रदान करते है प्रदेश में पर्यटन निगम के कुल 6 क्रूज बोट है जो कि किसी भी प्रदेश (जहां पर समुद्र तट नहीं है) से अधिक है। इस प्रकार मध्यप्रदेश जलीय पर्यटन के लिए एक क्रूजिंग स्टेट के रूप मंे स्थापित हो चुका है म.प्र. पर्यटन द्वारा क्रूज बोट के अलावा अत्याधुनिक बोट्स जैसे पैरासेलिंग बोट, जेट स्की एवं पर्यावरण अनुकूलित स्पीड बोट तथा ईको बोट्स का संचालन किया जाता है इन सभी जलयानों में अत्याधुनिक टेक्नोलाॅजी का इस्तेमाल किया जाता है। जिससे पर्यटकों को जल क्रीडा का पूर्ण आनंद निर्भयता के साथ प्राप्त होता है, साथ ही पर्यावरण को किसी प्रकार से नुकसान भी नहीं पहुंचता है। आधुनिक बोट्स के रखरखाव तथा चालन हेतु अत्यंत ही कुशल मानव संसाधन (स्किल्ड मेन पाॅवर) की आवश्यकता होती है जिन्हें जल क्रीडा में उपयोग हो रहे सभी यंत्रों का पूर्ण अनुभव हो तथा पर्यटकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी पूर्ण रूप से ले सकें ऐसे मेन पाॅवर के प्रशिक्षण हेतु भारत में एक मात्र प्रशिक्षण संस्थान गोवा में स्थित है, और वहाॅं पर प्रशिक्षण हेतु शुल्क भी अधिक है।
कुशल मानव संसाधन (स्किल्ड मेन पाॅवर) को जल क्रीडा कर्मी (वाटर मेनशिप) की ट्रेनिंग हेतु पर्यटन निगम के द्वारा नए तरीके से पहल की जाकर एक नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम सभी बोट क्लबों में संचालित किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण भारतीय नौ सेना के सेवा निवृत्त अधिकारियों के द्वारा दिया जाता है जिन्हें 30 से 40 वर्ष का समुद्री अनुभव है और वह भारतीय नौ सेना के कई प्रशिक्षण संस्थानों में कार्य कर चुके है। प्रशिक्षण एक केप्सूल कोर्स के रूप में योजना बद्ध तरीके से शुरू किया गया है तथा इस 10 दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान पावर बोट हेंडलिंग, बोट केे इंजन का रखरखाव तथा खोज एवं बचाव कार्य (सर्च एण्ड रेस्क्यू) का प्रशिक्षण तथा प्रथामिक उपचार का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिनमें बोट क्लब के पास के गांवों के नौजवान भी शामिल है जिन्हेें भविष्य में आवश्यकता पडने पर बोट क्लब में रोजगार दिया जा सके।
प्रशिक्षण का पहला बैच दिनांक 11 मई, 2015 से तवा रिजोर्ट में, दूसरा बैच दिनांक 25 मई, 2015 से बोट क्लब इंदिरा सागर (खण्डवा) तथा तीसरा बैच दिनांक 08 जून, 2015 से बोट क्लब तिगरा (ग्वालियर) में प्रारंभ होगा। ट्रेनिंग के दौरान प्रशिक्षुओं को रहने खाने की सुविधा तथा ट्रैक सूट पर्यटन निगम द्वारा प्रदाय किया जाएगा एवं प्रशिक्षण के सफलता पूर्वक सम्पन्न होने पर उन्हें ‘‘सी मेन शिप ट्रेनिंग’’ (ैमं डंद ैीपच ज्तंददपदह) का प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा जिसका उपयोग प्रशिक्षार्थी रोजगार प्राप्त करने हेतु कर सकेंगे।
म.प्र. पर्यटन द्वारा आयोजित यह ट्रेनिंग लेफ्टिनेन्ट डी.एस. मिश्रा, पेटी आॅफिसर एस.के. सिंह तथा पेटी आॅफिसर भानु एवं पेटी आफिसर आई.पी. सिंह जो कि क्रूज बोट के कैप्टिन है, के द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
यह प्रशिक्षण पूरे वर्ष नियमित रूप से निगम के सभी बोट क्लबों पर संचालित किया जावेगा।
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