मॉस्को, 29 सितम्बर (आईएएनएस)। रूस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि उनका देश सीरिया के अलेप्पो शहर में 48 घंटों के संघर्ष विराम के लिए सहमति देगा, लेकिन इसे एक सप्ताह तक बढ़ाने की इजाजत नहीं देगा।
समाचार एजेंसी एफे न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रूस के विदेश मामलों के उप मंत्री सेर्जेई रयाबकोव ने कहा कि वे नागरिकों तक मानवीय सहायता पहुंचने के लिए संघर्ष विराम का प्रस्ताव दे रहे हैं, लेकिन उन्होंने संघर्ष विराम की संक्षिप्तता के लिए सीरिया में अमेरिकी कार्रवाई को जिम्मेदार ठहराया।
मंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “नागरिकों को मानवीय सहायता पहुंचाने के उद्देश्य से हम 48 घंटों के संघर्ष विराम का प्रस्ताव रख रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “संघर्ष विराम को हम सात दिनों तक क्यों नहीं बढ़ा रहे हैं, इसका कारण हमारे अमेरिकी सहयोगी को अच्छी तरह पता है।”
रयाबकोव ने कहा कि एक सप्ताह लंबे संघर्ष विराम से आतंकवादी समूहों को आराम करने, हथियार इकट्ठा करने तथा एक बार फिर से इकट्ठा होने का वक्त मिलेगा। लेकिन उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वह दो दिनों के संघर्ष विराम के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि सीरिया संघर्ष को खत्म करने के लिए मॉस्को तथा वाशिंगटन के बीच समन्वय की जरूरत होगी, लेकिन उन्होंने जोर दिया कि अमेरिकी चुनौती के आगे रूस नहीं झुकेगा।
अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने हाल में चुनौती दी है कि अलेप्पो में रूस के लगातार हमलों से दोनों देशों के द्विपक्षीय सहयोग प्रभावित होंगे, जिससे आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के खिलाफ दोनों देशों के संयुक्त सैन्य अभियान को नुकसान होगा।
अमेरिका ने रूस पर शहर में हवाई हमला कर नागरिकों को मारने का आरोप लगाया है। साथ ही उसने 19 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र के एक काफिले पर हमले का आरोप भी रूस के मत्थे जड़ा है।
वहीं, रूस ने आरोपों से इंकार किया है और लड़ाई में अमेरिका पर अपना हित साधने और सीरिया में सशस्त्र विपक्षी समूहों का समर्थन करने का आरोप लगाया है, जो राष्ट्रपति बशर अल असद से संबद्ध हैं और उन्हें आतंकवादी समूह माना जाता है।