नई दिल्ली, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)। कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि नफरत फैलाने वालों के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कार्रवाई नहीं करना यह साबित करता है कि वह अपना ‘संवैधानिक और नैतिक दायित्व’ निभाने में विफल रहे हैं।
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, “प्रधानमंत्री अपने संवैधानिक और नैतिक दायित्वों पर खरे नहीं उतरे हैं।”
दादरी में मुस्लिम व्यक्ति की पीट पीटकर की गई हत्या पर शर्मा ने कहा कि मोदी ने इस मामले में चुप्पी तभी तोड़ी जब राष्ट्रपति ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
शर्मा ने कहा, “वह (मोदी) तभी बोले जब राष्ट्रपति को सहिष्णुता, सह अस्तित्व, लोकतंत्र और भारत के बहुलतावादी समाज के बारे में अपनी राय व्यक्त करने के लिए बाध्य होना पड़ा।”
शर्मा ने कहा, “प्रधानमंत्री लोगों को यकीन दिलाना चाह रहे हैं कि उन्होंने भारत को बदल दिया है। लेकिन, उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया है। वह तो भारत को संभाल कर भी नहीं रख सके। यहां तक कि संविधान से मिले अधिकार भी हमलों के दायरे में हैं।”
शर्मा ने कहा कि देश का मौजूदा माहौल नागरिकों के बीच ‘गहरी चिंता’ पैदा कर रहा है और लोग खुद को ‘असुरक्षित महसूस’ कर रहे हैं।
शर्मा ने कहा कि भड़काऊ बयान देने वाले भाजपा नेताओं को पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की फटकार महज दिखावा है। लेकिन, इससे कोई बेवकूफ बनने वाला नहीं है।
केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली द्वारा गुंडागर्दी की आलोचना करने पर शर्मा ने कहा, “दुनिया में देश की छवि खराब करने वाले लोगों, तत्वों, संगठनों के खिलाफ नजर आने वाली कार्रवाई होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “भाजपा और संघ परिवार से अलग नजरिया रखने वालों पर सीधे हमला बोला जा रहा है। यहां तक कि विरोध जताने वाली प्रतिष्ठित हस्तियों को सुनने के बजाय, उन्हें भी अपमानित किया जा रहा है।”