नई दिल्ली, 12 अगस्त (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार कश्मीर मुद्दे को मौलिक संवैधानिक सिद्धांतों के तहत शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने को प्रतिबद्ध है।
जम्मू एवं कश्मीर के हालात पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के समापन के दौरान उन्होंने कहा, “हम खुले दिमाग के हैं और हमारे दरवाजे हमेशा खुले हैं। हम कश्मीर मुद्दे को संविधान के मूल सिद्धांतों के तहत शांतिपूर्वक सुलझाने को प्रतिबद्ध हैं।”
बैठक में विपक्षी पार्टियों तथा सत्तारूढ़ पार्टी के सांसदों ने हिस्सा लिया, जिसमें घाटी में हालात को सामान्य करने के उपायों पर चर्चा की गई। कश्मीर घाटी में अशांति के अंतिम पांच सप्ताह के दौरान, कम से कम 56 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं।
मोदी ने घाटी में प्रदर्शन के दौरान हुई मौतों पर दुख जताया है।
उन्होंने कहा, “यह बात मायने नहीं रखती कि मरने वाले नागरिक हैं या सुरक्षाकर्मी। हम उनके लिए दुख जताते हैं। उनके परिवारों के साथ मेरी पूरी सहानुभूति है।”
मोदी ने कहा, “मैं जम्मू एवं कश्मीर के वर्तमान हालात से दुखी हूं। यह बेहद दुखदायक है कि बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे, दुकानदार दुकानें नहीं खोल रहे और यहां तक कि सरकारी कर्मचारी लोक हित का कोई काम नहीं कर पा रहे हैं।”
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार हिंसा में घायल हुए लोगों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने को प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, “हम भी चाहते हैं कि घाटी में शांति हो, ताकि स्थानीय लोग सामान्य जीवन जी सकें, आजीविका कमा सकें, बच्चों को स्कूल भेज सकें और चैन से सो सकें।”