अमेरिका में चीन के राजदूत कुई तियानके ने कहा, “अमेरिका द्वारा चीन को उसके सांस्कृतिक पुरावशेष सौंपने से पुरातात्विक वस्तुओं की तस्करी के खिलाफ हमारी लड़ाई तेज हुई है, जिससे हमारी आगामी पीढ़ियों के लिए सांस्कृतिक विरासत को बेहतर तरीके से संरक्षित रखने में मदद मिलेगी।”
कुई ने कहा कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग के सितंबर में अमेरिका के राजकीय दौरे के दौरान अमेरिका और चीन ने सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण पर सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई थी।
अमेरिका के आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तनालय (आईसीई) की ओर से जारी बयान के अनुसार, डायनासोर का जीवाश्म लगभग 12 करोड़ साल पुराना हो सकता है।
आईसीई ने कहा कि न्यूयॉर्क, क्लीवलैंड और मियामी में आईसीई के होमलैंड सुरक्षा जांच (एचएसआई) में बरामद इन सांस्कृतिक पुरावशेषों में जेड डिस्क और कांस्य ट्रे एवं अन्य सामान शामिल हैं, जो 1,600 ई.पू. पुराने हैं।
आईसीई के उपनिदेशक डेनियल रैग्सडेल ने कहा, “इस तरह के जीवाश्म और खजानों पर हमेशा ही बुरे लोगों की नजर रहती है, लेकिन हम इन अपराधों की जांच जारी रखेंगे और उन्हें उनके सही हकदार को सौंपेंगे।”
अमेरिका और चीन के बीच 2009 में हुए द्विपक्षीय समझौते के मुताबिक, दोनों देश पुरातात्विक वस्तुओं के अवशेषों की तस्करी रोकने के लिए मिलकर काम करेंगे।