न्यूयॉर्क, 1 सितम्बर (आईएएनएस)। अमेरिका में बीते दो साल में डाटा का इस्तेमाल तीन गुना बढ़ गया है। स्ट्रेटजी एनेलिटिक्स टेलीमीट्री इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म के एक नए विश्लेषण से यह बात सामने आई है।
वायरलेसवीक डाट कॉम की रपट के मुताबिक, अध्ययन से पता चला है कि अमेरिका में स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वालों के बीच हर महीने सेलुलर और वाई-फाई डाटा का इस्तेमाल औसतन 1.6 जीबी से बढ़कर 9.7 जीबी प्रति माह हो गया है।
इस दो तरह के डाटा में भी वाई-फाई के इस्तेमाल की तो जैसे बाढ़-सी आ गई है। सेलुलर ट्रैफिक के मुकाबले इसकी बढ़त दोगुनी है। कुल डाटा का 83 फीसद वाई-फाई के ही खाते में गया है।
केवल 17 फीसदी इस्तेमाल किया गया डाटा ऐसा है जो सेल्युलर नेटवर्क से पैदा हुआ है।
स्ट्रेटजी एनेलिटिक्स के उपाध्यक्ष बैरी गिलबर्ट ने कहा, “हमारा आंकड़ा बता रहा है कि उपभोक्त अब अधिक से अधिक वाई-फाई पर निर्भर हो रहे हैं। इस रुझान का असर गूगल के प्रोजेक्ट एफआई और रिपब्लिक वायरलेस के ताजा प्लान पर भी देखा जा सकता है जिसमें वाई-फाई अपने आप ही जुड़ा हुआ है।”
अध्ययन के मुताबिक, वाई-फाई और सेल्युलर ट्रैफिक का इस्तेमाल करने वालों में अश्वेत सबसे आगे हैं। वे 2,220 एमबी सेल्युलर डाटा और 8,945 एमबी वाई-फाई डाटा का इस्तेमाल कर रहे हैं। प्रति माह इसका औसत 11.2 जीबी होता है।
हिस्पैनिक समुदाय के लोग डाटा इस्तेमाल करने में दूसरे नंबर पर हैं। तीसरे नबंर पर एशियाई-अमेरिकी और श्वेत समुदाय लगभग बराबर की स्थिति में है। एशियाई-अमेरिकी प्रति माह 9.4 जीबी और श्वेत अमेरिकी प्रति माह 9.3 जीबी डाटा इस्तेमाल कर रहे हैं।