नई दिल्ली, 18 जून (आईएएनएस)। सरकारी तेल कंपनी भारतीय तेल निगम(आईओसी) के नेतृत्व में तेल कंपनियों- भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) तथा इंडियन ऑयल लिमिटेड (आईओएल)- के एक संघ ने रॉसनेफ्ट से 2.1 अरब डॉलर में रूस के वैंकोर ऑयल फील्ड में 23.9 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए शुक्रवार को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
आईओसी, ऑयल इंडिया व भारत पेट्रो रिसोर्सेज तथा रॉसनेफ्ट के बीच शुक्रवार को सेंट पीटर्सबर्ग में समझौते पर हस्ताक्षर हुए। इस दौरान, भारत के पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान भी मौजूद थे, जो गुरुवार से शुक्रवार तक आयोजित सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकॉनॉमिक फोरम (एसपीआईईए) में हिस्सा लेने भारतीय प्रतिनिधि मंडल के प्रमुख के तौर पर वहां मौजूद थे।
भारत की कंपनी ओएनजीसी विदेश लिमिटेड ने हाल ही में वैंकोर ऑयल फील्ड में 1.27 अरब डॉलर में 15 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी।
प्रधान ने ट्वीट किया, “आईओसी, बीपीसीएल तथा ओआईएल के भारतीय संघ ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। इससे पहले ओवीएल ने वैंकोर में 15 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी।”
आईओसी तथा ओआईएल 8-8 फीसदी की हिस्सेदारी लेंगे, जबकि बाकी की 7.8 फीसदी हिस्सेदारी बीआरपीएल को मिलेगी।
आईओसी ने कहा, “आईओसी-ओआईएल-बीआरपीएल ने जेएससी वानकोरनेफ्ट में रॉसनेफ्ट ऑयल कंपनी से 23.9 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए। रॉसनेफ्ट ऑयल कंपनी रूस के कानून के आधार पर संचालन करती है, जिसके पास वैंकोर तथा नॉर्थ वैंकोर फील्ड लाइसेंसों का स्वामित्व है।”
रॉसनेफ्ट की वैंकोर में 85 फीसदी हिस्सेदारी है।