पेरिस, 14 सितम्बर (आईएएनएस)। फ्रांस की राजधानी के पास पोनटोआएज में एक इस्लामी कार्यक्रम में घुस आईं दो महिलाओं को बलपूर्वक खींचकर कार्यक्रम स्थल से बाहर निकाला गया।
पेरिस, 14 सितम्बर (आईएएनएस)। फ्रांस की राजधानी के पास पोनटोआएज में एक इस्लामी कार्यक्रम में घुस आईं दो महिलाओं को बलपूर्वक खींचकर कार्यक्रम स्थल से बाहर निकाला गया।
मीडिया की रपट के मुताबिक इन दोनों महिलाओं ने शरीर के ऊपरी हिस्से में कुछ नहीं पहन रखा था। ये एक स्वयंभू ‘सेक्सट्रीमिस्ट’ संस्था फीमेन की सदस्य थीं।
द लोकल की रपट के मुताबिक एक वीडियो में दिख रहा है कि ‘वूमेन एंड इस्लाम’ विषय पर हो रहे इस कार्यक्रम के दौरान दोनों महिलाएं अर्धनग्न हालत में दौड़ती हुई मंच पर पहुंच गईं। उस वक्त दो इमाम अपनी बात रख रहे थे।
दोनों महिलाओं का संबंध अल्जीरिया और ट्यूनीशिया से है। उन्होंने अपनी छाती पर मुस्लिम विरोधी नारे लिख रखे थे। उन्होंने लिखा था, “मुझे कोई दबा नहीं सकता, मैं अपनी पैगंबर खुद हूं।” यही बातें उन्होंने चिल्लाकर भी कहीं।
दोनों इमाम अचंभित रह गए और सिकुड़कर महिलाओं से पीछे चले गए। लगभग 15 पुरुष, जिसमें सुरक्षाकर्मी भी थे, इस विरोध को रोकने के लिए दौड़कर मंच पर पहुंचे।
तस्वीरों में दिखा कि दोनों महिलाएं कई लोगों के बीच घिरी हुई हैं। ऐसा भी लगा कि उन्हें लात मारी गई और थप्पड़ जड़े गए।
पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और दोनों महिलाओं को लेकर वहां से गई।
कार्यक्रम के आयोजकों ने कहा है कि वे मामला दर्ज कराने के बारे में सोच रहे हैं।
फीमेन की प्रमुख इना श्वेचेंको ने प्रदर्शन का समर्थन किया। उन्होंने कहा, “दोनों इमाम इस बात को बताने की प्रक्रिया में थे कि पत्नी को पीटना चाहिए या नहीं।”
फीमेन का भड़काऊ प्रदर्शन पहले भी हिंसक प्रतिक्रिया पैदा करता रहा है। खासकर पेरिस में समलैंगिक विवाह विरोधी प्रदर्शन में इनकी ऐसी ही दखलंदाजी का पुरजोर विरोध हुआ था।