तेहरान, 16 जून (आईएएनएस)। ईरान ने अमेरिका के खिलाफ मुकदमा दायर कर अमेरिका की शीर्ष अदालत द्वारा देश की 2 अरब से ज्यादा की संपत्ति को जब्त करने को लेकर मुआवजे की मांग की है।
प्रेस टीवी की रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रपति हसन रूहानी ने बुधवार को कहा कि ईरान ने इंटरनेशनल कोर्ट आफ जस्टिस (आईसीजे) में मुकदमा दायर किया है। उनका प्रशासन इस मामले को अंत तक ले जाएगा।
20 अप्रैल को अमेरिका की सर्वोच्च न्यायालय ने यह फैसला सुनाया था कि ईरान की 2 अरब डॉलर की जब्त संपत्ति बेरूत में अमेरिकी मरीन सैनिकों के बैरक पर 1983 में हुई बमबारी की घटना के मुआवजे के रूप में पीड़ित परिवारों में बांट दी जाए।
तेहरान लंबे समय से इस बमबारी में अपना हाथ होने से इनकार करता रहा है।
अमेरिकी अदालत के फैसले के तहत जब्त धन सेंट्रल बैंक ऑफ ईरान (सीबीआई) का है। इन संपत्तियों को अमेरिकी प्रतिबंधों के तहत ब्लॉक किया गया था।
रूहानी ने अमेरिकी अदालत के फैसले को नाजायज करार दिया और कहा है कि लेबनान में मारे गए अमेरिकी नागरिकों से ईरान का कोई लेना-देना नहीं है।
रूहानी ने कहा, “यह भी साफ नहीं है कि लेबनान में अमेरिकी क्या कर रहे थे और यह मामला ईरान से कैसे जुड़ा है।”
उन्होंने कहा कि तेहरान इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेगा और जब तक जब्त रकम बरामद नहीं कर ली जाती, कानूनी कार्रवाई जारी रहेगी।