उज्जैन, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में अगले वर्ष होने वाले सिंहस्थ (कुंभ) की तैयारियां जोरों पर है। पंचकोशी मार्ग का हाल जानने के लिए कलेक्टर कवींद्र कियावत ने 118 किलोमीटर का रास्ता पैदल चलकर तय किया।
ज्ञात हो कि सिंहस्थ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पंचकोशी यात्रा का महत्व है और वे इसी मार्ग से पुण्य अर्जित करने की यात्रा करेंगे। सिंहस्थ मेला अवधि के दौरान उज्जैन आने वाले श्रद्धालु पंचकोशी मार्ग पर यात्रा करेंगे। यह यात्रा एक मई से छह मई 2016 तक निकलेगी।
मंगलवार को आधिकारिक तौर पर बताया गया कि जिलाधिकारी कवींद्र कियावत ने पंचकोशी यात्रा मार्ग का भ्रमण मात्र तीन दिनों में कर लिया। जिलाधिकारी ने इन तीन दिनों में दो रात्रि विश्राम यात्रा मार्ग के गांव में कर ग्रामीणों से यात्रा की व्यवस्थाओं, कठिनाइयों के साथ-साथ जमीनी हकीकत को जाना।
जिलाधिकारी ने पंचकोशी मार्ग की पैदल यात्रा उज्जैन नगर के नागचंद्रेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना कर शुरू की थी। यात्रा मार्ग के ग्रामों के ग्रामीणों से मार्ग को और सुव्यवस्थित बनाने के सुझाव लिए। इस यात्रा के दौरान जिलाधिकारी ने किसानों की पंचायत लगाई और पंचक्रोशी यात्रा के साथ खेती-बाड़ी की जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने ग्रामीणों को राज्य सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं के साथ शौचालय के निर्माण की हिदायत दी। साथ ही उन्हें नशामुक्ति का महत्व भी बताया। बिजली, पानी आदि व्यवस्थाओं के बारे में भी ग्रामीणों से चर्चा हुई।
पूरी यात्रा में कलेक्टर 118 किलोमीटर लंबे पंचकोशी मार्ग पर पड़ने वाले गांवों से, खिलचीपुर होते हुए उज्जैन नगर में वापस लौटे और नाग चंद्रेश्वर मंदिर पर यात्रा का समापन किया।
ज्ञात हो कि सिंहस्थ-2016 की कार्ययोजना में पंचक्रोशी मार्ग के उन्नयन के लिए 63 करोड़ 60 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं। इस राशि से मार्ग पर निर्माण एवं अन्य कार्य चल रहे हैं।