लेफ्टिनेंट जनरल नेगी ने राजन बख्शी की जगह ली है, जो सोमवार को सेवानिवृत्त हो गए। वर्तमान पद ग्रहण करने से पहले नेगी देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में सेनानायक पद पर कार्यरत थे। वह जम्मू-कश्मीर में 14 कोर के जनरल ऑफीसर कमांडिंग (जीओसी) भी रह चुके हैं।
नेगी राष्ट्रीय इंडियन मिल्रिटी कॉलेज, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी तथा भारतीय सैन्य अकादमी के विद्यार्थी रहे हैं। उन्हें सेना में 37 वर्षो की शानदार सेवाओं के दौरान विभिन्न सराहनीय एवं विशिष्ट पदकों से अलंकृत किया गया है।
दिसंबर 1978 मंे असम रेजिमेंट में कमीशन प्राप्त लेफ्टिनेंट जनरल नेगी ने उत्तर-पूर्व तथा जम्मू एवं कश्मीर में विभिन्न सैन्य ऑपरेशनों में अपनी अहम भूमिका निभाई है। इसके अलावा ऑपरेशन मेघदूत, ऑपरेशन रक्षक, ऑपरेशन विजय, ऑपरेशन पराक्रम, ऑपरेशन फालकन तथा ऑपरेशन ट्राइडेंट सहित विभिन्न कमानों एवं नियुक्तियों के दौरान ऑपरेशनों में अपनी सफलतापूर्वक भूमिका निभाई है।
लेफ्टिनेंट जनरल नेगी को सियाचिन में किए गए वीरतापूर्ण कार्यो के लिए वर्ष 1998 में ‘युद्ध सेवा पदक’, जम्मू-कश्मीर में किए गए कार्यो के लिए वर्ष 2012 में ‘सेना पदक’ तथा जम्मू-कश्मीर में किए गए विशिष्ट एवं सराहनीय कार्यो के लिए वर्ष 2009 एवं 2013 में ‘विशिष्ट सेवा पदक’ से सम्मानित किया गया है। वह उत्कृष्ट खिलाड़ी भी हैं। उनके पास घुड़सवारी, पर्वतारोहण व मोटर बाइकिंग का अनुभव है।