इसी कड़ी में अब भाजपा की एक और सांसद का भी नाम जुड़ गया है। इससे पहले भाजपा सांसद कौशल किशोर और सांसद प्रियंका सिंह रावत आरक्षण का समर्थन कर चुके हैं।
अब लालगंज संसदीय क्षेत्र की भाजपा सांसद नीलम सोनकर ने आरक्षण का खुला समर्थन करते हुए आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति को पत्र भेजा है। समिति के संयोजक अवधेश कुमार वर्मा को अम्बेडकर जयन्ती के अवसर पर पत्र भेजकर अपना लिखित समर्थन देते हुए सोनकर ने प्रदेश सरकार की दलित विरोधी नीतियों की आलोचना की। साथ ही बिहार की तरह उत्तर प्रदेश में भी पदोन्नति में आरक्षण लागू करने की मांग उठायी गयी।
गौरतलब है कि इससे पूर्व लखनऊ मोहनलाल गंज संसदीय क्षेत्र से भाजपा सांसद कौशल किशोर व बाराबंकी सांसद प्रियंका सिंह रावत ने भी आरक्षण का खुला समर्थन करते हुए संघर्ष समिति को पत्र सौंपा था।
उधर इस मामले में संघर्ष समिति संयोजकों ने अपने संयुक्त बयान में कहा कि भाजपा के लगभग सभी सांसदों से सम्पर्क कर लिया गया है, आरक्षण को बचाने के लिए सभी सांसदों का रुख पूरी तरह सकारात्मक रहा है। जल्द ही लोक सभा में लम्बित आरक्षण बिल पास कराने के संबंध में सभी सांसदों की एकजुटता सामने आ जाएगी।
समिति के संयोजक ने कहा कि वह लगातार सपा के 57 दलित विधायकों से सम्पर्क बनाये हुए हैं, जल्द ही बड़ा धमाका होगा।
संयोजकों ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा दलित कार्मिकों के पदावनत प्रक्रिया की रोक पर विचार किये जाने का जो भ्रम फैलाया जा रहा है, उससे प्रदेश के आठ लाख आरक्षण समर्थक भ्रमित होने वाले नहीं हैं। प्रदेश सरकार की यदि मंशा साफ है तो उसे आगे आकर अपना अधिकृत बयान जारी कर सिंचाई व अन्य विभागों में जारी पदावनत सम्बन्धी शासनादेश को वापस लिया जाना चाहिए।