लखनऊ, 24 मई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने वृद्धावस्था और विधवा पेंशन के लाभार्थियों का सत्यापन कराने का फैसला किया है। अधिकारियों के मुताबिक, अपात्रों एवं मृतकों को सूची से हटाने और नए लाभार्थियों का नाम जोड़ने के लिए ऐसा किया जा रहा है। शासन के आदेश के बाद समाज कल्याण विभाग ने इसकी कवायद शुरू कर दी है।
शासन के निर्देश के मुताबिक, समाज कल्याण विभाग को एक महीने के भीतर सत्यापन कर अपनी रिपोर्ट भेजनी होगी। उसके बाद ही शासन की तरफ से आगे का फैसला लिया जाएगा।
विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, लखनऊ में 18689 लोगों को वृद्धावस्था पेंशन और 38951 लोगों को विधवा पेंशन का लाभ मिलता है। विभाग के सूत्रों के मुताबिक, अपात्रों को योजना का लाभ दिए जाने की शिकायतों के बाद शासन के निर्देश पर लाभार्थियों के सत्यापन का निर्णय लिया गया है।
जिला समाज कल्याण अधिकारी के.एस. मिश्रा के मुताबिक, डोर-टू-डोर सर्वे के दौरान अपात्रों के नाम सूची से हटाए जाने के साथ ही इससे वंचित लोगों की सूची बनाई जाएगी और इसे शासन को भेजा जाएगा। मंजूरी मिलने के बाद ही पेंशन जारी की जाएगी।