असोथर थाना क्षेत्र के ग्राम कंधिया में प्रेमी युगल ने गांव के बाहर पेड़ से फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। वहीं दोनो के परिजनों ने पुलिस को सूचना दिये बगैर ही शवों का अन्तिम संस्कार कर दिया।
बताया जा रहा है कि प्रेमिका की बारात आनी थी और उसके पहले ही अपनी जान दे दी। आत्महत्या की घटना भी आसानी से गले नही उतर रही। इस घटना के बाबत पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है। बगैर विच्छेदन के शवों का अंतिम संस्कार घटना की संदिग्धता बढ़ा रहा है।
जानकारी के अनुसार कंधिया गांव निवासी बाबू यादव की 20 वर्षीय पुत्री पिंकी व गांव के ही गोरे का 24 वर्षीय पुत्र छोटू दोनों का काफी दिनों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। एक जाति के न होने के कारण परिजन शादी के लिए राजी नहीं थे। जबकि दोनों साथ जीने साथ मरने की कसमें खाकर साथ जीने के ख्वाब देख रहे थे लेकिन जब दोनों को यह लगा कि एक-दूसरे के साथ जीवन साथी नहीं बन पायेंगे तो साथ जी न सकेंगे तो साथ मर सकेंगे।
यह सोच दोनो ने फैसला लिया और गांव के बाहर लगे एक पेड़ से फांसी लगा ली। जब सुबह गांव वालों ने जाकर देखा तो दोनों लोग फांसी के फन्दे से झूलते नजर आ रहे थे। उधर दोनों के परिजनों ने लोकलाज से बचने के लिए पुलिस को बिना सूचना दिये बगैर ही अन्तिम संस्कार कर दिया।