मामले का खुलासा तब हुआ, जब सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस ने छापेमारी करते हुए कक्षा 1 से 5 तक की हजारों किताबें कबाड़खाने से बरामद की।
सूचना मिलने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय ने आदर्श विद्यालय स्थित किताबों के गोदाम का आकस्मिक निरीक्षण किया। पुलिस महकमा किताबों को कबाड़खाने में बेचे जाने की गुत्थी को सुलझाने का प्रयास कर रही है।
ललितपुर में सदनशाह के पास स्थित एक कबाड़ की दुकान के बाहर खड़ी आपे टैक्सी संख्या यूपी 94 टी 0704 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मुद्रित कराते हुए परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को निशुल्क वितरण होने वाली सरकारी किताबें लदी हुईं थीं। इन किताबों को कबाड़ में बेचनेके लिए उतारा जा रहा था। इसी बीच कोतवाली पुलिस को सूचना मिली।
शहर कोतवाल अजयपाल सिंह के निर्देश पर उप निरीक्षक नाजुद्दीन खान ने तत्काल मौके पर जाकर छापेमार कार्रवाई की। इस दौरान उन्होंने टैक्सी में लदी करीब 2 क्विंटल कक्षा 1 से 5 तक की, प्रत्येक विषय की किताबों को जब्त कर लिया।
किताबों से भरी टैक्सी को कोतवाली लाया गया। जहां पुलिस ने टैक्सी चालक, कबाड़ की दुकान में किताबों की तौल कर रहे युवक समेत चार लोगों को हिरासत में लिया है।
पुलिस इन सभी से पूछताछ कर रही है। पकड़े गए टैक्सी चालक अभिषेक मिश्रा के अनुसार, उसे एक युवक, जो मुंह पर रूमाल बांधे हुए था, उसने आदर्श विद्यालय परिसर से किताबों से भरी बोरियां कबाड़ की दुकान तक पहुंचाने के एवज में 500 रुपये दिए थे। पकड़ी गईं किताबें शैक्षिक सत्र 2015-16 की बताई जा रही हैं।
सूचना मिलने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय ने सिविल लाइन स्थित आदर्श विद्यालय में बनाए गए किताबों के गोदाम का निरीक्षण किया।
बीएसए संतोष कुमार राय ने बताया कि किताबों के गोदाम को उनकी ही निगरानी में साफ कराते हुए नवीन शैक्षिक सत्र की शासन द्वारा भेजी गई किताबों का स्टॉक किया गया है। इन किताबों का जल्द ही सत्यापन चार सदस्यीय समिति द्वारा कराते हुए परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों के बीच किताबें बांट दी जाएंगी।
उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।