पड़ोसियों की सूचना पर परिजन घायल और अचेत युवक को इलाज के लिए इलाहाबाद ले जा रहे थे, मगर रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। परिजनों की ओर से पुलिस को इस मामले में तहरीर दी गई है।
पुलिस ने तहरीर के अधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है, लेकिन हत्या की बात से इनकार किया है। पुलिस का दावा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का करण चोट लगना बताया गया है।
पुलिस के अनुसार, जगापुर पड़ान गांव निवासी लोकनाथ पांडेय का बेटा जीतेश उर्फ दीपक पांडेय (22) स्नातक का छात्र था। वह रात 10 बजे घर से निकला था, लेकिन रात तकरीबन साढ़े बारह बजे वह पड़ोसी के दरवाजे के सामने अचेतावस्था मंे वह मिला। रात में जब पड़ोसी के घर से कोई उठा तो दरवाजे से सामने युवक को बेहोशी हालत में पाया। इसकी जानकारी परिजनों को दी गई।
परिजन रात में ही उसे गोपीगंज के एक निजी अस्पताल लाए, जहां हालत नाजुक होने पर उसे इलाहाबाद के लिए रेफर कर दिया गया। रास्ते में उसकी मौत हो गई।
गोपीगंज के एसओ रमेश चौबे ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चोट लगने से मौत बतायी गई है। उसके दोनों पैर, घुटनों और ठोढ़ी में चोट लगी है। चोट कैसे लगी है, यह जांच का विषय है। परिजनों की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस इसे हत्या मानकार नहीं चल रही है। एसओ ने कहा कि अगर परिजन सबूत उपलब्ध कराते हैं तो आगे जांच की जाएगी।