एंटवर्प, 19 जून (आईएएनएस)। सरदार सिंह के नेतृत्व में भारत की पुरुष हॉकी टीम शनिवार से यहां शुरू हो रहे हॉकी वर्ल्ड लीग (एचडब्ल्यूएल) सेमीफाइनल में फ्रांस के खिलाफ खेलते हुए अपने अभियान की शुरुआत करेगी।
भारत को पूल-ए में रखा गया है। भारत के लिए यह टूर्नामेंट जीतना प्रतिष्ठा की बात होगी। वैसे इस टूर्नामेंट को रियो ओलम्पिक का क्वालीफाईंग टूर्नामेंट माना जा रहा है लेकिन एशिया कप जीतने के साथ ही भारत ने रियो के लिए पहले ही क्वालीफाई कर लिया है।
भारतीय टीम लम्बे आराम के बाद एंटवर्प पहुंची है। उसने इससे पहले सुल्तान अजलान शाह टूर्नामेंट में कांस्य पदक जीता था और उसके बाद एचडब्ल्यूएल की तैयारियों की तहत घरेलू सीरीज में जापान को 3-0 से हराया था।
भारतीय टीम अपने नए कोच पॉल वैन ऐस की देखरेख में पहला बड़ा टूर्नामेंट खेलेगी। ऐस के लिए भी यह आयोजन अहम है क्योंकि इसके जरिए वह अपनी पैठ बनाना चाहेंगे।
कुछ दिन पहले हुए अभ्यास मैच में भारत ने फ्रांस को 1-0 से हराया था। भारत की ओर से वह गोल पेनाल्टी कार्नर पर रुपिंदर पाल सिंह द्वारा किया गया था।
भारत को विश्व वरीयता क्रम में नौवां और फ्रांस को 14वां स्थान प्राप्त है। इसके बावजूद भारत को फ्रांस से सावधान रहना होगा क्योंकि अभ्यास मैचों में उसका प्रदर्शन उतार-चढ़ाव भरा रहा है। भारत को बेल्जियम के हाथों 1-2 से हार मिली थी।
भारत और फ्रांस के बीच अब तक जितने भी मैच हुए हैं, उनमें भारत का पलड़ा भारी रहा है। 2013 एचडब्ल्यूएल सेमीफाइनल में भारत ने नीदरलैंड्स में फ्रांस को 6-2 से हराया था।
भारतीय टीम आक्रामक हॉकी खेलने के मकसद से एंटवर्प गई है और उसका मकसद अधिक से अधिक गोल करना होगा। भारत ने इस टूर्नामेंट के लिए कुछ प्रयोग किए हैं और वह उन्हें सफलतापूर्वकआजमाना चाहेगी।
फ्रांस के खिलाफ भारत की जीत जरूरी है क्योंकि आने वाले मैचों में उसे अपने से ऊंची वरीय टीमों से भिड़ना है। भारत को 23 जून को पोलैंड, 26 जून को पाकिस्तान और फिर 28 जून को विश्व चैम्पियन आस्ट्रेलिया से भिड़ना है।