नई दिल्ली – ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में मौजूद कई आतंकी शिविरों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया. इनमें जैश-ए-मोहम्मद और जमात-उद-दावा के ठिकाने भी शामिल थे. यह ऑपरेशन बेहद सटीक और सुनियोजित था, जिसमें दुश्मन को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा. पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया गया, लेकिन भारत की आधुनिक वायु रक्षा प्रणालियों जैसे आकाशतीर और एस-400 ने उन्हें हवा में ही खत्म कर दिया. जवाब में भारत ने पाकिस्तानी वायुसेना के नौ ठिकानों को तबाह कर दिया, जिससे वहां हड़कंप मच गया.
इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान ने खुद संघर्षविराम की अपील की. पाकिस्तानी डीजीएमओ ने भारतीय समकक्ष से संपर्क कर अस्थायी युद्धविराम की बात रखी, जिसे भारत ने रणनीतिक रूप से स्वीकार कर लिया. भारत ने इस दौरान की गई सैन्य कार्रवाई के पुख्ता सबूत भी अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सौंपे, जिससे यह संदेश साफ गया कि यह केवल रक्षा नहीं, बल्कि आतंक को जड़ से मिटाने की नीति का हिस्सा था. भारत की इस कड़ी नीति को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी सराहना मिली.