छत्तीसगढ़ की राजधानी में आयोजित ‘रूबरू’ कार्यक्रम में अनुराधा ने अपनी चीन यात्रा का अनुभव बांटा।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का कर्मा नृत्य लाजवाब है। भारतीय कला और संस्कृति का दुनियाभर में कोई मुकाबला नहीं कर सकता।
प्रसिद्ध नृत्यांगना ने बताया, “चीन में भारतीय नृत्यों को बहुत इज्जत से देखा जाता है। वहां भारतीय संस्कृति और कला के हिमायती बहुत हैं।”
उन्होंने बताया कि चीन सरकार ने सभी देशों के कलाकार प्रतिनिधियों के रहन-बसन के लिए लुदई नामक शहर का निर्माण कराया है। उस शहर में कला और संस्कृति से जुड़ी सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं।”
अनुराधा ने कहा कि लुदई शहर का ऑडिटोरियम 100 एकड़ क्षेत्रफल में पसरा हुआ है। किसी भी कलाकार को किसी चीज के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ती। कलाकारों की सुख-सुविधा का बहुत खयाल रखा जाता है।
कार्यक्रम के अंत में उन्होंने बताया कि चीन के सांस्कृतिक प्रभारी ने उनसे छत्तीसगढ़ की टीम लेकर आने का न्योता दिया है। इसके लिए वह प्रदेश सरकार से तालमेल बिठाने की कोशिश करेंगी।