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कलाकारों के पेमेंट में लैंगिक भेदभाव क्यों : जूही बब्बर

नई दिल्ली, 20 फरवरी (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राज बब्बर की बेटी जूही बब्बर एक अरसे बाद बड़े पर्दे पर लौटी हैं। उन्हें बदला हुआ बॉलीवुड रास तो आ रहा है, लेकिन वह इस बात को लेकर चिंतित हैं कि अभी भी महिला कलाकारों की तुलना में पुरुषों को ज्यादा मेहनताना दिया जाता है और यह लैंगिक असमानता का सबसे बड़ा उदाहरण है।

नई दिल्ली, 20 फरवरी (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राज बब्बर की बेटी जूही बब्बर एक अरसे बाद बड़े पर्दे पर लौटी हैं। उन्हें बदला हुआ बॉलीवुड रास तो आ रहा है, लेकिन वह इस बात को लेकर चिंतित हैं कि अभी भी महिला कलाकारों की तुलना में पुरुषों को ज्यादा मेहनताना दिया जाता है और यह लैंगिक असमानता का सबसे बड़ा उदाहरण है।

नीरज पांडे की फिल्म ‘अय्यारी’ से फिल्मी दुनिया में कमबैक कर चुकीं जूही का कहना है कि एक-दो अपवादों को छोड़ दें, तो महिलाओं और पुरुषों के मेहनताने को लेकर हालात अब भी जस के तस हैं।

जूही ने मुंबई से फोन पर आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, “मैं जानती हूं कि आप आज की एक-दो बड़ी अभिनेत्रियों के नाम गिनाएंगी, जिन्हें हाल ही में पुरुष कलाकारों की तुलना में ज्यादा मेहनताना मिला है, लेकिन बाकियों का क्या? हम लैंगिक समानता की बात करते हैं, लेकिन पेमेंट में इतना फर्क क्यों किया जाता है? असल में यह सोच समाज की हकीकत बयां करता है।”

‘अय्यारी’ में मनोज बाजपेयी की पत्नी का किरदार निभा रहीं जूही आखिरी बार 2013 की फिल्म ‘इट्स माइ लाइफ’ में नजर आई थीं। इन पांच वर्षो में इंडस्ट्री में आए बदलाव के बारे में पूछने पर वह कहती हैं, “बॉलीवुड पहले की तुलना में अब ज्यादा पेशेवर हुआ है। मसलन, पहले फिल्म में किसी भी किरदार के चयन के लिए ऑडिशन नहीं होता था, लेकिन अब बिना ऑडिशन के किसी को चुना ही नहीं जाता।”

वह कहती हैं, “बॉलीवुड तेजी से बदल रहा है। अब निर्देशक या कलाकार जोखिम उठाने में नहीं हिचकते। हर फिल्म के साथ एक्सपेरिमेंट हो रहा है। इंडस्ट्री में अब प्रवेश करना पहले की तुलना में आसान हुआ है।”

जूही की मां नादिरा बब्बर थिएटर क्षेत्र की बहुत बड़ी हस्ती हैं और जूही भी खुद को थिएटर के ज्यादा करीब पाती हैं। ‘एकजुट यंग टैलेंट थिएटर ग्रुप’ से जुड़ीं राज बब्बर की बेटी कहती हैं कि रंगमंच अभिनय की कला को मांज देता है। पहले कलाकार थिएटर में खुद को अच्छी तरह मांजकर फिल्मों का रुख किया करता था।

थिएटर को लेकर युवाओं के बदले नजरिए के बारे में पूछने पर वह कहती हैं, “लोगों में अब सब्र नहीं रहा। हर कोई शॉर्टकट अपनाकर आगे बढ़ना चाहता है। पहले ऐसा नहीं था। अब लोग थिएटर में अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहते। लोगों में जल्द से जल्द सफल होने की ललक है। लेकिन हां, अभी भी कुछ लोग हैं, जो मेहनती हैं और वो थिएटर कर खुद को मांज भी रहे हैं।”

जूही ‘अय्यारी’ में चांस मिलने का वाकया बताते हुए कहती हैं, “हुआ यूं कि एक दिन मेरे पास नीरज पांडे का फोन आया और उसने मुझे यह रोल ऑफर कर दिया। मैंने स्क्रिप्ट पढ़ी भी नहीं और हामी भर दी। फिल्म से इतने मंजे हुए कलाकर जुड़े हैं तो इस तरह की फिल्म को ना कहना बेवकूफी ही होती। सो इस तरह यह फिल्म हाथ लग गई।”

टीवी एक्टर अनूप सोनी की पत्नी जूही पति के शो ‘क्राइम पेट्रोल’ की प्रशंसक हैं और खुद भी इस तरह के शो होस्ट करने की इच्छा रखती हैं। वह कहती हैं, “मैंने अभी किसी तरह की योजना नहीं बनाई है, क्योंकि मैं थिएटर से जुड़ी हुई हूं। हाल ही में काला घोड़ा आर्ट फेस्टिवल में हिस्सा लिया था। घर-बार में व्यस्त हूं, बेटा ईमान आठ साल का हो गया है तो अब अन्य चीजों में हाथ आजमाने की सोच रही हूं। ‘क्राइम पेट्रोल’ जैसा शो मिले तो जरूर होस्ट करना चाहूंगी।”

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